केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर करेगी काम
करोड़ों के प्रोजेक्ट पर राज्य और केन्द्र सरकार मिलकर कार्य कर रही हैं। इन स्थानों पर पर्यटकों से जुड़ी जानकारी और सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इन स्थलों के विकास का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और राज्य पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग मिलकर करेगा। इसको लेकर पिछले दिनों आमेर का दौरा भी किया गया है।
करोड़ों के प्रोजेक्ट पर राज्य और केन्द्र सरकार मिलकर कार्य कर रही हैं। इन स्थानों पर पर्यटकों से जुड़ी जानकारी और सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इन स्थलों के विकास का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और राज्य पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग मिलकर करेगा। इसको लेकर पिछले दिनों आमेर का दौरा भी किया गया है।
फैसिलिटी पर फोकस
आमेर को आइकॅानिक साइट बनाने के लिए टूरिज्म इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम होंगे, जिसमें पार्किंग, ई व्हीकल सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। अभी हाल में आमेर में सबसे ज्यादा समस्या पार्किंग की है। इसके अलावा इन स्थानों पर पहुंचने के बेहतर साधन, स्थानीय लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर फोकस रहेगा।
आमेर को आइकॅानिक साइट बनाने के लिए टूरिज्म इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम होंगे, जिसमें पार्किंग, ई व्हीकल सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। अभी हाल में आमेर में सबसे ज्यादा समस्या पार्किंग की है। इसके अलावा इन स्थानों पर पहुंचने के बेहतर साधन, स्थानीय लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर फोकस रहेगा।
यह बनाती है आमेर किले को खास
आमेर फोर्ट ( Amer fort ) की खूखबसूरती सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से निर्मित इस किले में चार मंजिले हैं। हर मंजिल पर अलग आंगन हैं। इस किले में दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, शीश महल (दर्पण महल), जय मंदिर और सुख निवास शामिल हैं।
इनका कहना है:
आमेर का आइकॉनिक साइट्स पर काम शुरू हो चुका हैं। हाल ही में दिल्ली में इसके लिए मीटिंग हुई है, जिसमें आमेर की फैसिलिटी पर काम शुरू होने के लिए कार्य किए जाएंगे।
उपेन्द्र सिंह शेखावत, असिस्टेंट डायरेक्टर, पर्यटन विभाग
आमेर का आइकॉनिक साइट्स पर काम शुरू हो चुका हैं। हाल ही में दिल्ली में इसके लिए मीटिंग हुई है, जिसमें आमेर की फैसिलिटी पर काम शुरू होने के लिए कार्य किए जाएंगे।
उपेन्द्र सिंह शेखावत, असिस्टेंट डायरेक्टर, पर्यटन विभाग