उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव में बेरोजगारी भत्ता देने तथा किसानों का ऋण माफ करने का वादा किया था लेकिन ये दोनों वादे पूरे नहीं किए। यह पार्टी झूठे वादे करके सरकार में आई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में कहा था किसानों के कर्जे दस दिन में माफ कर देंगे लेकिन नहीं किया जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 करोड़ किसानों के कर्जे माफ किए। राज्य में कानून व्यवस्था की चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि यह सरकार ‘लो और ऑर्डर करो’ की नीति पर काम कर रही है। जिससे लूट के मामलों में 40 प्रतिशत, अपहरण में 25 , बलात्कार में 21, दलित अत्याचार में 42 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई।
अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि राहुल गांधी कोई काम करते हों या न करते हों, कम से कम ट्वीट तो करते हैं। 70 के दशक में गरीबी हटाओ का नारा दिया था, मगर जब मोदी जी आए तब भी करोड़ों लोगों के घरों में बिजली नहीं थी। करोड़ों महिलाओं चूल्हे जलाकर खाना बनाती थी। गरीब के स्वास्थ्य का कोई ठिकाना नहीं था। गरीब की पेट भरने के लिए रास्ता नहीं था। गरीब मां और बहन के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। कांग्रेस पार्टी के नेता टीवी में सुन रहे हैं तो सुन लें आपने गरीबी हटाने की बजाय गरीबों को हटाने का काम किया था।
शाह ने कहा कि 10 साल तक मोनी बाबा मनमोहन सिंह सरकार में जवानों की शहादत होती थी मगर कोई जवाब नहीं दिया जाता था। मोदी सरकार ने देश की सीमाओं को सुरक्षित करने का काम किया है। एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक से देश के दुश्मनों से बदला लिया। उन्होंने कहा कि मोदी ने 60 करोड़ गरीबों को पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया हैं। जिससे बुढ़े मां बाप का का इलाज कराने का बोझ नहीं लगेगा तथा बच्चों का इलाज भी आसान हो गया। कोरोना काल में बेरोजगार हुए लोगों की चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि मोदी 80 करोड़ गरीबों को दो वर्ष तक पांच किलो अनाज देकर राहत दिलाई। इसके अलावा 130 करोड़ जनता को मुफ्त वैक्सीनेशन दिलाने का काम किया।
जैसलमेर में बीएसफ के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद अमित शाह जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे जहां से उनका काफिला जेईसीसी कन्वेंशन हॉल सीतापुरा के लिए रवाना हुआ। इस दौरान शाह का जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट से लेकर सीतापुरा स्थित जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर के आयोजन स्थल तक के लगभग 9 किलोमीटर की दूरी के लिए शाह का रोड शो शुरू हुआ। इस दौरान करीब डेढ़ दर्जन जगहों पर उनका स्वागत-सत्कार किया।