scriptसालभर कॉल सेंटर संचालक की कार से फरारी कटता रहा आनंदपाल, एसओजी का खुलासा आपको कर देगा हैरान | anandpal singh absconding from police with call center operators car | Patrika News

सालभर कॉल सेंटर संचालक की कार से फरारी कटता रहा आनंदपाल, एसओजी का खुलासा आपको कर देगा हैरान

locationजयपुरPublished: Sep 04, 2017 09:43:00 pm

आरोपियों ने 3 गाडि़यां उसके नाम से लोन पर उठा ली। कुछ दिनों बाद एक गाड़ी जवाहर सर्किल थाने में लावारिस हालत में खड़ी मिली।

anandpal singh
कुख्यात बदमाश आनंदपाल एनकाउंटर के दौरान मिली गाड़ी के बारे में एसओजी ने पूछताछ की तो उसका मुकदमा राजधानी के वैशालीनगर थाने में करीब एक साल पहले ही दर्ज हो गया था। एसओजी को इसकी भनक तक नहीं लगी थी कि दर्ज मामले की गाड़ी से आनंदपाल फरारी काट रहा है। जब गाड़ी के बारे में छानबीन की तो इस बात का खुलासा हुआ।
वैशालीनगर थाने में मामले की जांच कर रहे उपनिरीक्षक घनश्याम सिंह ने बताया कि सितंबर 2016 में चूरू निवासी कुनाल ने मामला दर्ज कराया था कि वह कॉल सेंटर चलाता है। उसके पास भरत शर्मा और वैभव नाम के दो शख्स आए और गाडि़यां रिफायनरी में लगाने पर प्रति महीने 45 हजार रुपए प्रति गाड़ी से कमाई का झांसा दिया। यहां तक फाइनेंस पर गाडि़यां निकालने के लिए दस्तावेज पर महज दस्तख्त ही करने को बताया।
उसने जब दस्तख्त कर दिए तो उसके बाद आरोपियों ने 3 गाडि़यां उसके नाम से लोन पर उठा ली। कुछ दिनों बाद एक गाड़ी जवाहर सर्किल थाने में लावारिस हालत में खड़ी मिली तब उसका नाम सामने आया। इसके बाद बैंक वालों ने भी लोन चुकाने के लिए नोटिस दे दिया। कुनाल ने थाने में मामला दर्ज करा दिया।
वहीं सामने आया कि मालासर में आनंदपाल एनकाउंटर के दौरान जो एक गाड़ी बरामद हुई है वह भी उन तीन गाडि़यों में से एक है। आनंदपाल ने फरारी के दौरान इस गाड़ी का जमकर इस्तेमाल किया था। एसओजी के एएसपी करन शर्मा ने बताया कि लोन से उठाई गई एक और गाड़ी के बारे में बीकानेर के कोलायत में बरामदगी पाई गई है।
सालभर से दर्ज था मुकदमा

वैशालीनगर थाने में गाडि़यों का मुकदमा दर्ज हुए एक साल हो गया, लेकिन गाडि़यों के बारे में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी। जब एसओजी की टीम गाड़ी के बारे में पूछताछ करती हुई वैशालीनगर पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। वैशालीनगर थाना पुलिस ने तीन गाडि़यों को जब्त कर मामले पर कार्रवाई करेगी।

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