दरअसल बुधवार सुबह जेकेलोन अस्पताल में एक व्यक्ति ने अपनी भतीजी को भर्ती करवाया। परिजन का आरोप है कि पांच घंटे बीत जाने के बावजूद डॉक्टर्स ने उसकी भतीजी का इलाज शुरु नहीं किया। जब उन्होंने बार-बार पूछा कि इलाज क्यों नहीं शुुरु कर रहे हो, तो डॉक्टर्स ने कहा कि उसे अभी ऑब्जर्वेशन में रखा हुआ। परिजनों का कहना है कि जब हमने पूछा कि डॉक्टर आपने जब बच्ची को देखा तक नहीं, उसके कागजात तक नहीं देखे तो कैसे ऑब्जर्वेशन ने रखे हुए हो।
इस बात पर डॉक्टर भड़क गया और पर्चियां फाड़ दी। इसके बाद परिजन ने डॉक्टर से पर्ची फाड़ने की वजह पूछी तो डॉक्टर ने कहा कि चाहे सीएम को कहो या किसी और को, अगर बदतमीजी करोगे तो ऐसा ही करूंगा। तुमारे जैसे लोगों की वजह से और बच्चों का इलाज अटक जाता है। जब डॉक्टर को वीडियो बनाने का पता चला तो उसने गार्ड्स बुलाकर परिजन के साथ धक्का मुक्की की और मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की।