scriptकोरोना में एक और रोना, आलू, प्याज, टमाटर… सब 40 पार | Another cry in the corona, potatoes, onions, tomatoes ... all 40 cross | Patrika News

कोरोना में एक और रोना, आलू, प्याज, टमाटर… सब 40 पार

locationजयपुरPublished: Sep 20, 2020 11:29:04 am

कोरोना महामारी ( Corona epidemic ) के मौजूदा दौर में मिल रही आर्थिक चुनौतियों ( economic challenges ) के बीच आम लोगों के लिए खाने-पीने की चीजें जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। आर्थिक तंगी ( financial crisis ) की मार झेल रहे लोगों को अब आलू-प्याज ( potato and onion ) के लिए भी ज्यादा जेबें ढीली करनी पड़ रही है। वर्तमान में आलू के भाव चालीस रुपए प्रति किलो के पार तक बोले जा रहे है। प्याज पहले से ही लोगों के आंसू निकाल रहा है। टमाटर ( tomatoes ) का स्वाद तो जैसे लोग भूल ही गए है।

जयपुर। कोरोना महामारी के मौजूदा दौर में मिल रही आर्थिक चुनौतियों के बीच आम लोगों के लिए खाने-पीने की चीजें जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। आर्थिक तंगी की मार झेल रहे लोगों को अब आलू-प्याज के लिए भी ज्यादा जेबें ढीली करनी पड़ रही है। वर्तमान में आलू के भाव चालीस रुपए प्रति किलो के पार तक बोले जा रहे है। प्याज पहले से ही लोगों के आंसू निकाल रहा है। टमाटर का स्वाद तो जैसे लोग भूल ही गए है। फुटकर बाजार में आलू 40 से 45, टमाटर 60 से 65 और प्याज 50 से 55 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। जिन घरों में पहले यहीं सब्जियां किलो में आती थी, वहां अब आधा किलो और पाव भर में काम चलाया जा रहा है। बता दें कि कोरोना काल में मोदी सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन किया। इस संशोधन के जरिए आलू, प्याज, दलहन, तिलहन व खाद्य तेल को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से हटा दिया है।
जयपुर आलू आड़तिया संघ के पूर्व अध्यक्ष दयानंद मेघवानी ने बताया कि बरसात के कारण आलू की फसल लगने और तैयार होने में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में इजाफा हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में आलू के स्टॉक में कमी नहीं है, लेकिन बरसात के कारण अगली फसल में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि बेलगाम और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण आलू की तैयार फसल खराब होने से आलू के दाम में भी तेजी आई है। वर्तमान में जयपुर की मंडियों में 20 से 25 ट्रक आलू आगरा शहर से आ रहा है। एक ट्रक में 10 से 16 टन तक प्याज लोड होता है। लेकिन गौर करने की बात यह है कि सब्जियों की इस महंगाई का फायदा किसानों को नहीं मिल रहा है। यहां तक कि सब्जी कारोबारियों का भी कहना है कि सब्जियां महंगी होने से उनको नुकसान हो रहा है।
सब्जी भाव प्रति किलो
आलू 40 से 45 रुपए
प्याज 50 से 55 रुपए
टमाटर 60 से 65 रुपए
मंडी में आवक-25 गाड़ी प्रति दिन

आलू के उत्पादन का आंकड़ा
वर्ष 2019-20 के दौरान देश में आलू का उत्पादन 513 लाख टन हुआ, जबकि एक साल पहले 2018-19 में देश में आलू का उत्पादन 501.90 लाख टन हुआ था। उत्पादन ज्यादा होने के बावजूद इस साल इसके दाम में काफी इजाफा हुआ है। कारोबारी बताते हैं कि कोरोना काल में इस साल आलू की खपत ज्यादा हुई और इस सयम मंडियों में आवक कम हो रही है।
आलू की खेती
खरीफ व ग्रीष्मकालीन सीजन के दौरान आलू की खेती महाराष्ट्र, उत्तराखंड, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु में होती है। खरीफ आलू बुवाई का सीजन मई से जुलाई, जबकि हार्वेस्टिंग सीजन सितंबर से नवंबर के बीच रहता है। खरीफ आलू का उत्पादन बहुत कम होता है, इसलिए इस सीजन के आलू का किसानों को अच्छा भाव मिलता है, जबकि रबी सीजन में ज्यादा उत्पादन होने के कारण हार्वेस्टिंग सीजन में भाव काफी नीेचे आ जाता है।
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