परीक्षा से पहले ही आयुर्वेद विभाग के अफसरों और परीक्षा आयोजित करा रहे कॉलेज के अफसरों ने वीडियोग्राफी कराई थी। लाउड स्पीकर की मदद से परीक्षा से ठीक पहले तक नकल नहीं करने और किसी भी तरह की परेशान खड़ी नहीं करने की चेतावनी दी थी। लेकिन उसके बाद भी असली परीक्षार्थियों की जगह नकली परीक्षार्थी पाए गए। चार अभ्यर्थियों को पकडा गया।
देर शाम इस बारे में केस दर्ज कराया गया। आयुर्वेद विभाग के अफसरों ने बताया कि कुछ पदों के लिए करीब नौ सौ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उनमें से अधिकतर परीक्षा में शामिल भी हुए थे। गौरतलब है कि पिछले साल भी सुबोध कॉलेज में एमटीएस पदों के लिए चल रही परीक्षा के दौरान आधा दर्जन डमी अभ्यर्थी पकडे गए थे। वे अन्य की जगह परीक्षा दे रहे थे। इस बार जो डमी पकडे गए उनमें से एक ने बताया कि वह आरएएस की तैयारी कर रहा है और पांच हजार रुपए के लिए परीक्षा में डमी बन गया। अन्य से भी पूछताछ की गई है।