पुराने पाठयक्रम से ही विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने का एक और मौका
जयपुरPublished: Nov 02, 2019 10:28:50 am
दो वर्ष बाद नए पाठयक्रम से देनी होगी बकाया प्रश्न पत्र की परीक्षा
जयपुर
राजस्थान विश्वविद्यालय ने पाठयक्रम बदलाव होने के बाद भी पुराने पाठयक्रम से ही विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने का एक और मौका दिया हैं। जिससे विश्वविद्यालयों के हजारों विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। विश्वविद्यालय ने अपने पूर्व परीक्षार्थियों को पुराने पाठयक्रम के आधार पर परीक्षा पास करने का अंतिम मौका दिया हैं। विश्वविद्यालय के अनुसार ऐसे परीक्षार्थी जिनके पेपर डयू है और जिनका पाठयक्रम बदल चुका है वह परीक्षार्थी अपने पुराने पाठयक्रम के आधार पर ही परीक्षा दे सकेंगे।हालांकि उन्हें पेपर डयू रहने के साल से सिर्फ दो वर्ष की अवधि में ही अपने पेपर पास करने होंगे। इसके बाद दो वर्ष का समय निकल जाने के बाद उन्हें विश्वविद्यालय की और से लागू नए पाठयक्रम के आधार पर ही परीक्षा देनी होगी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव के अनुसार यूजी के स्वयंपाठी,पूर्व विद्यार्थी और पीजी के वार्षिक पद्धति के विद्यार्थी जिनके भी प्रश्न पत्र बकाया है वह परीक्षा देने के साल से अगले दो वर्ष तक समान प्रश्न पत्र और समान पाठयक्रम जिसके तहत वह पहले परीक्षा दे चुका है उसी के तहत परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। वहीं पीजी के सेमेस्टर स्कीम के ऐसे विद्यार्थी जिनके भी पेपर डयू है वह भी अपने बकाया प्रश्न पत्र की परीक्षा उस पाठयअवधि तक समान पाठयक्रम के अनुसार परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगें।
इसलिए दिया मौका
राजस्थान विश्वविद्यालय ने यह नियम इसलिए लागू किया है क्योकि कई परीक्षार्थी ऐसे थे जिनके पेपर बकाया है और अब उनका पाठयक्रम बदल चुका हैं। यूजी और पीजी में कई विषयों में पाठयक्रम में बदलाव हुआ है साथ ही परीक्षा पद्धति में भी बदलाव हुआ हैं। जिस कारण से जो विद्यार्थी पूर्व हो चुके है उन्हें नए पाठयक्रम के साथ परीक्षा देने में परेशानी आ रही थी। जिस कारण से कई विद्यार्थियों ने मांग की थी कि उन्हें पुराने पाठयक्रम के आधार पर ही परीक्षा देने का एक और मौका दिया जाए। ऐसे में ऐसे विद्यार्थी जिनके यूजी और पीजी में प्रश्नपत्र बकाया है और उनका पाठयक्रम बदल चुका है वह दो वर्ष में अपने पुराने पाठयक्रम के आधार पर तैयारी कर इस वर्ष की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।