मेरी तरह उन सभी महिलाओं के लिए ऐसे अवसर खुले हैं, जो भविष्य में खेलों में अपना कॅरियर बनाना चाहती हैं। इस प्रोग्राम के लिए कोई भी आईसीसी सदस्य जूनियर स्तर से मिडिल मैनेजमेंट पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। चयन समिति में दो निर्दलीय सदस्यों के साथ आईसीसी जनरल मैनेजर, मार्केटिंग और कम्युनिकेशन से सदस्य शामिल होते हैं। पैनल सफल आवेदकों को उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक डवलपमेंट को ध्यान में रखते हुए एक मेंटर की गाइडेंस में कॅरियर में आगे बढऩे में मदद करता है।
मेरी तरह अगर कोई स्पोट्र्स में अपना कॅरियर बनाना चाहता है तो मैं यही सुझाव दूंगी कि स्पोट्र्स में एथलीट होने के अलावा भी बहुत से कॅरियर विकल्प हैं। जरूरत बस सही प्रोजेक्ट पर सही मेंटर के साथ काम करना। स्पोट्र्स मैनेजमेंट मेरी तरह ऑन फील्ड काम करके सीखा जा सकता है। साथ ही काफी नेशनल और इंटरनेशनल कोर्स भी उपलब्ध हैं। अगर इस फील्ड में कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो अच्छा होगा आप किसी कोर्स में एनरोल करें। रही बात मेरी उपलब्धि की तो यह तो बस शुरुआत है, अभी तो काफी सीखना है और अंतरराष्ट्रीय खेल संगठन के साथ काम करना है। मैंने हमेशा से सोचा था कि इंटरनेशनल स्पोट्र्स इकोसिस्टम में काम करना है। आईसीसी के फ्यूचर लीडर्स प्रोग्राम से मेरा वह सपना साकार होगा। जयपुर की जो एक याद मेरे दिल के सबसे करीब है, वह है टपरी सेंट्रल में बैठ के अपनी मां से घंटो बातें करना। इस फील्ड में मेरे आने की प्रेरणा अंडर-17 फीफा वल्र्ड कप में काम करने के लिए सेलेक्शन होना रहा।