आतंकवाद से निपटने की रणनीति बदली लेफ्टिनेंट जनरल क्लेर ने आतंकवाद के सवाल पर कहा कि पश्चिम पड़ोसी देश के आतंकवादियों का मॉड्यूल पूरी तरह पाक आर्मी पैटर्न का है। भारतीय सेना को पुख्ता पता है कि उनके कहां ट्रेनिंक कैम्प है। बालाकोट इसका सटीक उदाहरण भी सामने है। भारतीय सेना और पुलिस आपसी तालमेल से आतंकवादी गतिविधियों को नाकाम कर रही है। सेना ने आतंकवादियों से निपटने की तरीकों को भी बदला है। सेना नए विचार के साथ आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने की नीति पर काम कर रही है।
सेना का आधुनीकीकरण
क्लेर ने कहा कि सेना के लिए नए हथियार अन्य देशों से मंगवाए जाते रहे है। इनकी खरीद और राशि खर्च करने की प्रक्रिया को छोटा और सरल बनाने के साथ पारदर्शी बनाया गया है। छोटे-बड़े हथियार लगातार अपग्रेड किए जा रहे हैं। आधुनीकीकरण के तहत मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने का नतीजा है कि पिछले दिनों आर्मी एस्पो में पांच दिन के दौरान 120 एमओयू हुए है। आने वाले दिनों में मेक इन इंडिया में सेना की जरूरत के हथियार देश में बनने शुरू हो जाएंगे।
क्लेर ने कहा कि सेना के लिए नए हथियार अन्य देशों से मंगवाए जाते रहे है। इनकी खरीद और राशि खर्च करने की प्रक्रिया को छोटा और सरल बनाने के साथ पारदर्शी बनाया गया है। छोटे-बड़े हथियार लगातार अपग्रेड किए जा रहे हैं। आधुनीकीकरण के तहत मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने का नतीजा है कि पिछले दिनों आर्मी एस्पो में पांच दिन के दौरान 120 एमओयू हुए है। आने वाले दिनों में मेक इन इंडिया में सेना की जरूरत के हथियार देश में बनने शुरू हो जाएंगे।