जवान को तत्काल ही जोधपुर से पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया। यहां जवान से पूछताछ में कई जानकारियां सामने आई हैं। सेना के जवान ने अधिकारियों को बताया कि वह सैन्य कार्यालय में जाकर महिला को कई सारी तमाम सूचनाएं उस महिला को प्रदान करता था। गौरतलब है कि सैन्य कार्यालय में स्मार्टफोन ले जाने पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद बेरोकटोक जवान फोन उपयोग करता रहा।
राजस्थान खुफिया इकाई ने बताया है कि 24 वर्षीय प्रदीप कुमार मूल रूप से रुड़की का रहने वाला है। तीन वर्ष पूर्व ही वह सेना में भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग के बाद गनर के रूप में उसकी पोस्टिंग जोधपुर में सेना की अतिसंवेदनशील रेजिमेंट में हुई। करीब सात महीने पहले उसके मोबाइल पर एक अनजान महिला का फोन आया। महिला का लगातार फोन आने पर प्रदीप की उसके साथ दोस्ती हो गई। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। इस महिला ने खुद को एमपी का निवासी बताया। साथ ही कहा कि वह बेंगलुरु में एक मल्टी नेशनल कंपनी में कार्यरत है।
महिला जासूस के कॉल में वह ऐसा फंसता चला गया कि वह जैसे-जैसे डॉक्यूमेंट शेयर करने का कहती जवान वह करता रहता था। इस पाकिस्तानी महिला एजेंट ने प्रदीप कुमार को शादी करने का झांसा भी दिया। इन दोनों की वीडियो कॉल पर भी बात होती थी। साथ ही उसने दिल्ली में भी मिलने का वादा किया था।
शादी से सीक्रेट तक
डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया है कि पाकिस्तानी एजेंट महिला ने शादी का झांसा देकर प्रदीप कुमार से सेना के गोपनीय दस्तावेजों के फोटो मांगना शुरू किया। इसके बाद प्रदीप ने कई बार अपने कार्यालय के सेना के खुफिया जानकारी की फोटो लेकर उसे भेज दिए। उसके मोबाइल की जांच में इन फोटो के भेजने की पुष्टि भी हो गई है। इस महिला ने प्रदीप कुमार के माध्यम से एक मोबाइल सिम भी हासिल कर ली। ताकि इसके माध्यम से वह अन्य जवानों को अपना शिकार बना सके।