एमएनआईटी ( MNIT ) में पढ़ रहे एक छात्र ने कहा कि परिवार से सम्पर्क टूट गया है। वहां लैंडलाइन फोन भी नहीं चल रहा है। इस कारण परिवार को खबर नहीं मिल पा रही है। हालांकि सोशल मीडिया, टीवी और अखबारों के माध्यम से पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। छात्रों ने बताया कि पहले ईद-उल-अजहा त्योहार पर घर जाने का प्लान बना रहे थे। अब असमंजस की स्थिति है। स्थितियां सामान्य रही तो ही घर जाएंगे।
जम्मू-कठुआ के छात्र परिवार के सम्पर्क में जम्मू, कठुआ व अन्य जिलों के छात्र अपेक्षाकृत कम डरे हुए हैं। कई स्थानों पर फोन भी चल रहा है। वे लगातार अपने परिवार के सम्पर्क में भी हैं। कठुआ की एक छात्रा ने बताया कि मम्मी-पापा से आज सुबह ही बात हुई है। उन्होंने सब ठीक बताया है, इसीलिए टेंशन नहीं है। यहां भी स्थिति सामान्य है। कोई परेशानी नहीं है। हॉस्टल में सब कुछ सामान्य है। केयर टेकर्स विशेष ध्यान रख रहे हैं।
पीएम स्कॉलरशिप के बाद बढ़ी छात्रों की संख्या मेडीकल, इंजीनियरिंग कॉलेजों में जम्मू-कश्मीर के निवासी विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। दरअसल, साल 2013-14 में प्रधानमंत्री ( PM Scholarship ) विशेष छात्रवृत्ति स्कीम के बाद छात्र-छात्राओं की संख्या काफी बढ़ी है। जयपुर के अलावा कोटा में कोचिंग में विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक है। पूरे प्रदेश में दो-तीन हजार छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं।
अब होगा जे एंड के का विकास, यूथ को मिलेगा रोजगार पूरे मामले पर जगतपुरा स्थित निजी यूनिवर्सिटी में ईसीई संकाय की प्रो. अपूर्वा कौल ने बताया कि वे जम्मू से हैं और कश्मीरी पंडित है। जम्मू में इंटरनेट नहीं चल रहा, मगर फोन से बात हो रही है। धारा 370 हटाए जाने पर कहा कि केंद्र सरकार का यह कदम काफी अच्छा है। इससे जम्मू-कश्मीर में इंडस्ट्रीज लगेंगी। युवाओं को रोजगार मिलेगा और जम्मू-कश्मीर का विकास होगा।