एआई के माध्यम से चेहरे के भावों को पढऩा आसान होगा। उदाहरण के लिए किसी कपड़े या किसी विज्ञापन को देखने के बाद व्यक्ति ने क्या महसूस किया? इससे रिटेल मार्केट की कंपनियों को उसके बारे में पता चलेगा। आर्यन ने बताया कि इस तकनीक के तहत कैमरा और माइक्रोफोन को सरकारी कार्यालयों के स्वागत कक्ष में लोगों का फीडबैक जानने, शॉपिंग मॉल, होटल, कैश काउंटर, रेस्टोरेंट या इवेंट में इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके जरिए यह पता लगाया जा सकेगा कि व्यक्ति ने संबंधित जगहों की सर्विसेज को पसंद किया या नहीं।
एआई एक्सपर्ट आर्यन कहते है कि उन्होंने इस तकनीक को सिद्धार्थ नगर स्थित अपनी ही लैब में तैयार किया है। जिसकी एक्यूरेसी 88 प्रतिशत आई है। आर्यन एमएनआईटी सहित देश के विभिन्न कॉलेजों में एआई पर अपने रिसर्च साझा कर चुके हैं। साथ ही पिछले दिनों यूएस में भी उन्होंने इस तकनीक पर किए गए काम को साझा किया।