वहीं मृतक अरुण वाल्मीकि के भरतपुर में रहने वाले रिश्तेदारों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर अपने और अपने परिजनों की सुरक्षा की न केवल मांग की बल्कि यूपी पुलिस के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराने का एलान कर दिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार मुख्य सचेतक और भरतपुर के प्रभारी मंत्री महेश जोशी के आवास पर रूबरू हुए और यूपी पुलिस की प्रताड़ना की पूरी दास्तां बयां की।
पीड़ित ने बयां किया आंखों देखा हाल
मीडिया से बातचीत करते हुए पीड़ित ललित वाल्मीकि ने बताया कि वह मृतक अरुण वाल्मीकि के भाई का ***** है जो कि रिश्तेदारी है। ऐसे में अरुण वाल्मीकि के खिलाफ लगे चोरी के आरोपों की जांच करते हुए यूपी से करीब 20 पुलिस वालों की टीम भरतपुर पहुंची और ललित सहित चार पांच लोगों को साथ ले गई। 4 दिनों तक अवैध कस्टडी में रखा गया।
शरीर पर अब भी चोट के निशान हैं। अरुण वाल्मीकि की पत्नी भी भरतपुर से संबंध रखती हैं। ललित वाल्मीकि ने बताया कि परिवार के सदस्यों को उत्तर प्रदेश पुलिस अरुण की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए भी साथ लेकर गई थी। अरुण की मौत के बाद मचे बवाल के बाद में उन्हें जैसे-तैसे छोड़ दिया लेकिन ललित वाल्मीकि को अभी यूपी पुलिस से अपने और परिवार की सुरक्षा की चिंता है।
यूपी पुलिस ने किया संघीय ढांचा बिगाड़ने का काम
इधर अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में मुख्य सचेतक में जोशी ने कहा कि यूपी पुलिस ने देश का संघीय ढांचा बिगाड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नामजद आरोपी को पकड़ने के बात कहकर यूपी पुलिस ने भरतपुर पुलिस से मदद मांगी थी लेकिन यूपी पुलिस ने मासूम लोगों के साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया है। अब यह मामला राजस्थान और यूपी का नहीं रहकर पूरे देश का हो गया है ,पूरे देश के वाल्मीकि समाज में इस घटना को लेकर रोष है।
कानूनी पहलू का कर रहे हैं अध्ययन
मुख्य सचेतक जोशी ने राजस्थान सरकार पीड़ितों को हरसंभव सुरक्षा मुहैया उपलब्ध कराएगी और हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित परिवार अपने स्तर पर कोई कानूनी कार्रवाई करेगा तो भी राजस्थान सरकार और प्रदेश की जनता पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि हर कानूनी पहलुओं का अध्ययन हो रहा है कि राजस्थान सरकार किस तरह से कानूनी दायरे में यूपी पुलिस पर कार्रवाई कर सकती है। उन्होंने कहा कि मैं खुद अगले कुछ दिनों में भरतपुर जाकर पूरे मामले को देखूंगा।
यूपी पुलिस पर संकट का विश्वास
महेश जोशी ने कहा कि यूपी पुलिस ने राजस्थान पुलिस को नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी लेकिन इन मासूमों को उठाकर ले गई। उनरे साथ अवैध हिरासत में रखकर उनके साथ मारपीट भी की गई अब जिस तरह से मामला सामने आया है उसके बाद यूपी पुलिस पर विश्वास का संकट पैदा हो गया है और कोई दूसरे राज्य के पुलिस किसी और राज्य की पुलिस पर विश्वास नहीं करेगी।
सीएम से मिला पीड़ित परिवार
इससे पहले शुक्रवार सुबह चिकित्सा राज्यमंत्री और भरतपुर से विधायक सुभाष गर्ग के साथ पीड़ित परिवार स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिला था और घटना की जानकारी दी थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने व संरक्षण देने की बात कही थी। गौरतलब है कि अरुण वाल्मीकि की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आगरा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी।