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कहीं देश को सुलगा न दें आसाराम पर आया फैसला! इन तीन राज्यों में सुरक्षा चाक चौबंद, बापू के हैं 70 लाख से ज़्यादा समर्थक

locationजयपुरPublished: Apr 25, 2018 08:30:26 am

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dinesh

इन तीन राज्यों में स्थित आसाराम के आश्रमों के आसपास जमा हो रहे उनके समर्थकों पर निगरानी रखने को कहा गया है…

नाबालिग के रेप के मामले पर 25 अप्रैल को कोर्ट सुनाएगा फैसला, मैनावती मार्ग स्थित बने आश्रृम में पूजा-पाठ का दौर चल रहा
जयपुर। गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में चार साल सात माह से जेल में बंद आसाराम व उसके सेवादारों की किस्मत का फैसला अब कुछ ही समय में हो जाएगा। सुनवाई के लिए जोधपुर सेंट्रल जेल में बैरक नम्बर दो के पास बने विशेष कोर्ट में न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा फैसला सुनाएंगे। सुरक्षा के मद्देनजर जेल व शहर में करीब दो हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। आसाराम के आश्रम समेत बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख नाकों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
आसाराम पर फैसले को देखते हुए गृह मंत्रालय ने तीन राज्यों को एडवायजरी जारी की है। मंत्रालय ने राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के सभी जिलों के एसपी और डीएम से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक इन तीन राज्यों में स्थित आसाराम के आश्रमों के आसपास जमा हो रहे उनके समर्थकों पर निगरानी रखने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय ने हाल ही में राम रहीम के समर्थकों का अदालत के फैसले के विरोध में मचाए गए उत्पात को ध्यान में रखते हुए यह अलर्ट जारी किया है। प्रतिकूल फैसला आने पर आसाराम के समर्थक कहीं उत्पात न मचाएं, इसलिए पुलिस ने जोधपुर की नाकाबंदी कर दी है। 10 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
राजस्थान पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। लिहाजा शहर के होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सादी वर्दी में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। देशभर में आसाराम के 427 से ज़्यादा आश्रम और 70 लाख से ज़्यादा समर्थक हैं। अंदेशा है कि जोधपुर में भी हजारों की संख्या में समर्थक जुट सकते हैं।
कुछ इस तरह बीती आसाराम की पिछली रात
जोधपुर सेंट्रल जेल के डीआईजी विक्रम सिंह ने बताया कि फैसले को लेकर आसाराम बीती रात तोडा तनाव में नज़र आ रहे थे। वैसे तो कोई भी कैदी हो चाहें वो आसाराम हो या फिर कोई और फैसला आने से पहले तो कैदियों की नींद उड़ ही जाती हैं।

3 साल और अधिकतम उम्र कैद की हो सकती है सजा
आसाराम को इस केस में न्यूनतम 3 साल और अधिकतम उम्र कैद की सजा हो सकती है, लेकिन जो भी सजा होगी, आसाराम ने जितने साल जेल में बिताए हैं, वो सजा कम हो जाएगी।
तो क्या बरी होने पर जेल से छूट जाएगा आसाराम
यदि आसाराम इस केस में बरी भी हो जाते हैं, तो भी वो जेल से नहीं छूटेंगे। आसाराम को दूसरे केस लिए अहमदाबाद पुलिस को सौंप दिया जाएगा। आसाराम पर 15 और 16 अगस्त 2013 की रात एक लडक़ी ने सनसनीखेज़ आरोप लगाया था। आरोप है कि जोधपुर के एक फार्म हाउस में आसाराम ने इलाज के बहाने उसका यौन उत्पीडऩ किया था।
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