शेखावत को कथित तौर पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में नोटिस देने के मुद्दे पर गहलोत ने कहा कि वो बचते रहे, बचते रहे, ये तो कानून अपना काम करे, इनको वॉइस देने में तकलीफ क्या है? वो ये दिल्ली में कोर्ट के अंदर स्वीकार भी कर चुके हैं कि वॉइस इनकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा: मेरे ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है। वह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है। आप सरकार गिराने में मुख्य किरदार थे और सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं, जब आपकी उसके अंदर वॉइस आई और दुनिया जानती है कि वॉइस आपकी है, आपने खुद ने सरकार गिराने का षड्यंत्र किया। वहीं अब आप पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं जो यह बताता है कि आप उनके साथ षड्यंत्र में शामिल थे।
यह है मामला
गौरतलब है कि 2020 में दर्ज हुआ था मामला कांग्रेसी विधायकों की कथित खरीद—फरोख्त से संबंधित दो साल पुराने मामले में वॉयस सेम्पल लेने के संबंध में अधीनस्थ न्यायालय से जारी नोटिस भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह को तामील करा दिया। विधानसभा में तत्कालीन सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधायकों की कथित खरीद—फरोख्त के मामले में 10 जून 2020 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत दी थी। इस पर ब्यूरो ने 17 जुलाई 2020 को मामला दर्ज किया।
गौरतलब है कि 2020 में दर्ज हुआ था मामला कांग्रेसी विधायकों की कथित खरीद—फरोख्त से संबंधित दो साल पुराने मामले में वॉयस सेम्पल लेने के संबंध में अधीनस्थ न्यायालय से जारी नोटिस भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह को तामील करा दिया। विधानसभा में तत्कालीन सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधायकों की कथित खरीद—फरोख्त के मामले में 10 जून 2020 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत दी थी। इस पर ब्यूरो ने 17 जुलाई 2020 को मामला दर्ज किया।