गणतंत्र दिवस पर हर बार की तरह सरकार और विपक्ष दोनों की तरफ से झंडारोहण किया गया। इस दौरान जुबानी वार भी चले। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश की धर्मनिरपेक्षता पर चोट की जा रही है, इस पर कटारिया ने कहा कि कांग्रेस देश को गलत दिशा में ले गई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झंडारोहण के बाद कहा कि आजादी की जंग के बाद में नेहरू, पटेल, मौलाना आजाद सबने मिलकर जो सिद्धांत प्रतिपादित किए, नीतियां बनाईं, कार्यक्रम बनाए, उन पर देश 70 साल से चल रहा है। दूसरी तरफ वर्तमान हालात ऐसे हैं, संविधान ही खतरे में है। संविधान की मूलभावना को नष्ट किया जा रहा है। संविधान की आत्मा लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में है, उस पर चोट की जा रही है। आज देश किस दिशा में जा रहा है। अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो रही है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, महंगाई बढ़ती ही जा रही है, मगी केंद्र सरकार का ध्यान नहीं है। उनका ध्यान है, अपने एजेंडे को कैसे आगे बढ़ाना। बहुत खतरनाक स्थिति देश में बन गई है।
गलत दिशा में तो आप ले गए गहलोत के बयान पर कटारिया ने पलटवार किया और कहा कि अब उनको गलत कैसा लगता है। अगर इस देश में 370 35 ए का जहर घुला हुआ था वो खत्म हुआ। मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ। जो लोग ठोकरे खा रहे थे, उन्हें नागरिकता का अधिकार मिला है। केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने का बीड़ा उठाया। वोटों के कारण देश को गलत दिशा में तो आप ले गए। आजादी के से पहले हिन्दू मुसलमान प्यार-मोहब्बत से रहता था। लेकिन आज जिस प्रकार का भाव बना है, यह आप लोगों की गलत नीतियों के कारण विद्वैष पैदा हुआ है।