‘विरोधियों’ के निशाने पर सरकार
बारां की आज सामने आई ताज़ा घटना पर विरोधी दलों के नेताओं ने एक बार फिर सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। इस बार भी निशाने पर गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं। जोधपुर सांसद व केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज एक बयान में बारां में हुए आपराधिक घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए सीधे मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार की कार्यशैली को कटघरे में रखा है।
‘अफ़सोस मुख्यमंत्री को दृश्य नहीं दिखते’
शेखावत ने कहा, ‘जयपुर जिले में पुलिस अफसर ही पीड़ित महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास करता है। बारां जिले में दंपती को रोककर महिला के साथ गैंगरेप होता है। यह राजस्थान की कानून व्यवस्था का एक छोटा सा दृश्य है, लेकिन अफसोस कि मुख्यमंत्री जी को यह दृश्य दिखाई नहीं देते।
आरएलपी भी सरकार पर ‘हमलावर’
भाजपा के साथ ही आरएलपी भी प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मुखर हो गई है। आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने दो दिन पहले अपने संसदीय क्षेत्र नागौर में अध्यापिका को किडनैप कर दुष्कर्म के प्रयास के मामले में चिंता ज़ाहिर की थी। साथ ही सरकार को पुलिस की ढुलमुल कार्यशैली की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की। सांसद ने आरएलपी के बैनर तले कानून व्यवस्था के मुद्दे को विधानसभा के अन्दर और बाहर सरकार का विरोध जताने की चेतावनी भी दी है।
आज बारां में सामने आई शर्मनाक घटना
बारां जिले में दंपत्ति को रोककर महिला से गैंगरेप का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बदमाशों ने इस दौरान पति को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया है। सामने आया है कि आरोपियों ने महिला की साडी से पति के हाथ-पैर बांधे और शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस तफ्तीश में सामने आया है कि दो बाइकों पर सवार होकर पहुंचे कुल चार बदमाशों ने कल देर रात 10 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 90 पर अपनी नापाक करतूत को अंजाम दिया है। पुलिस ने फिलहाल गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।