वहीं मुख्यमंत्री गहलोत के राज्यपाल मिश्र से अचानक मुलाक़ात करने पहुँचने के बाद राजनीतिक गलियारों में फिर से चर्चाओं और अटकलों का सिलसिला चल पड़ा। हर बार की तरह इस बार भी इस मुलाक़ात को कैबिनेट विस्तार और फेरबदल से जोड़कर देखा गया।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सीएम गहलोत कई बार अचानक राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाक़ात कर चुके हैं। यही नहीं राज्य में राजनीतिक संकट को लेकर गरमाए विवाद के दौरान भी गहलोत ने पूरे मंत्रिमंडल और अपने खेमे के विधायकों के साथ राजभवन कूच तक किया था।
वहीं शुक्रवार को भी कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने राजभवन कूच का कार्यक्रम रखा था। हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत ने इस कार्यक्रम में मौजूदगी नहीं रही थी।