विधायकों के इस्तीफे ने बिगाड़ा खेल
सब ये उम्मीद कर रहे थे कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए गहलोत चुने जाएंगें और राजस्थान की कमान राहुल और सोनिया गांधी के चहेते पायलट को सौंप दी जाएगी। हालांकि खबर ये भी आ रही है कि गहलोत और सचिन पायलट को दिल्ली बुलाया गया है। यहां दोनों को समझाने की कोशिश की जाएगी। उधर, सीएम गहलोत ने कहा कि मुझे कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है और अब मैं चाहता हूं कि राजस्थान की कमान नई पीढ़ी को मिले. उन्होंने कहा कि मैं भले ही दिल्ली जा रहा हूं लेकिन राजस्थान से मेरा अटूट प्रेम सदैव बना रहेगा.
बागी विधायकों ने रखी मांग
नया मुख्यमंत्री सभी 102 विधायकों के समर्थन से बनना चाहिए, जिन्होंने 2020 में सचिन पायलट की बगावत के दौरान सरकार गिरने से रोका था। कुछ विधायक ये भी चाहते है कि गहलोत विधायक दल के नेता हैं और उन्हें एक साथ 2 पदों पर काम करने की अनुमति दी जाए यानी गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने और सीएम पद भी संभाल ले।