मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि राज्यपाल ने जल्दबाजी की है। उन्होंने कहा, ”पहले शिवसेना को बुलाया और टाइम बाउंड 7:30 बजे का टाइम दे दिया। यह कहां लिखा हुआ है, आपने 2 दिन 3 दिन, 7:30 टाइम दिया और इंतजार किया। 7:30 कब हो और तुरंत रिएक्शन दे दिया अगली एनसीपी को बुलाएंगे और बाद में एनसीपी का मामला क्या हुआ सबको मालूम है देश को मालूम है।”
उन्होंने कहा, ”अब जो ध्वनियां निकल रही है मिस्टर राणे जो पहले कांग्रेस में थे, शिवसेना में थे और अब वह बीजेपी में हैं, वह कहते हैं कि हम तो साम दाम दंड भेद कुछ भी करेंगे सरकार बनाएंगे। आप सोच सकते हो कि देश किस दिशा में जा रहा है, उस रूप में आज मोदी जी, अमित शाह जी और यह एनडीए गवर्नमेंट देश को चला रही है। पूरा मुल्क देख रहा है इनको हरियाणा और महाराष्ट्र में झटका मिल गया है, तब भी अगर इनकी सोच नहीं बदली है तो आने वाले वक्त के अंदर जनता और सबक सिखाएगी और समझ जाएंगे।”
कांग्रेस की आगे की रणनीति पर ये बोले- कांग्रेस की आगे की रणनीति पर पूछे गए सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि अभी चर्चा चल रही है। कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना जो भी फैसला करेगी सबको मंजूर होगा। वह तो हमारे हाई कमांड के जो प्रतिनिधि है वह आपस में चर्चा कर रहे हैं वह तो आने वाला वक्त बताएगा क्या फैसला होता है।
ये पूछे जाने पर कि क्या राज्यपाल मोहरे की तरह काम कर रहे हैं? सीएम गहलोत ने जवाब में कहा, ”इनके शासन के अंदर पूरे देश के अंदर जो इन्होंने अहम,घमण्ड से शासन किया है उसमें और क्या उम्मीद कर सकते हैं। सब डरे हुए हैं, टेलीफोन टेप हो रहे हैं बातचीत करेंगे तो पता नहीं क्या होगा, फैसला गलत नहीं हो जाए। राज्यपाल चाहते हुए भी सही पैसा नहीं ले पा रहे हो यह भी हो सकता है।”