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ब्यूरोक्रेसी पर भड़के गहलोत, राजे के करीबी आईएएस पर साधा निशाना

locationजयपुरPublished: Sep 17, 2018 06:35:35 pm

Submitted by:

firoz shaifi

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने

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जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज बीजेपी सरकार, ब्यूरोक्रेसी और केन्द्र की सरकार के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। राज्य की जनता ने बीजेपी सरकार को भारी बहुमत दिया था, लेकिन सरकार ने उन जनअपेक्षाओं पर खरा उतरने के कोई प्रयास ही नहीं किए यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
गहलोत ने सीएमओ के एक आईएएस अधिकारी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सीएम के ग़ुलाम की तरह काम किया हैऔर अन्य आईएएस अधिकारियों सहित ब्यूरोक्रेसी को डराने धमकाने का काम किया है। गहलोत ने पिछली कांग्रेस सरकार की परियोजनाएं और विकास कार्य रोकने के भी आरोप मौजूदा बीजेपी सरकार पर लगाते हुए कहा कि चाहे भीलवाड़ा में मेमो कोच फैक्ट्री हो, जयपुर मेट्रो का दूसरे चरण का काम हो, बाड़मेर रिफाइनरी हो , या फिर टोंक-सवाईमाधोपुर, सरमथुरा में रेल लाने का मामला हो।
राज्य सरकार ने तमाम पिछली सरकार की योजनाओं को रोकने का काम किया है। उन्होंने मौजूदा राज में जघन्य अपराधों की वारदातों को लेकर भी गृह विभाग को घेरा। एक दिन पूर्व जयपुर में पुलिस अधिकारी की सांस के घर मानसरोवर में हत्या और लूट की वारदात से लेकर प्रदेशभर में मासूम बच्चियों और महिलाओं से रेप की घटनाओं पर गहलोत ने गहरी चिन्ता जताई। अशोक गहलोत ने सरकार पर रिसर्जेंट राजस्थान के नाम पर करोड़ों रुपये फूंकने और इवेंट मैनेजमेंट के नये सिस्टम के ज़रिए जनता की गाढ़ी कमाई की बर्बादी करने के भी आरोप जड़े।
उन्होंने कहा हाल ही में बॉर्डर पर मानव श्रृंखला बनाने के लिए बच्चों को भूखा रखा गया और कोई मानव श्रृंखला भी पूरी तरह नहीं बन पाई। वहां भी पैसों और संसाधनों की बर्बादी हुई। .हेलीकाप्टर से वहां फूल बरसाने के 21 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वरिष्ठ आईएएस एसीएएस सुदर्शन सेठी ने जब सरकार की ग़लत बात नहीं मानी तो उनका तबादला कर दिया गया।
प्रदेश में एक भी स्मार्ट सिटी का काम शुरू नहीं हुआ है..लेकिन उसके इवेंट के नाम पर करोड़ों रुपये सरकार लुटाकर वोट लेना चाहती है।इसी तरह बीकानेर में डिजी फेस्ट में भी इवेंट का ही इस्तेमाल किया गया। वहीं पेट्रोल डीज़ल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी और महंगाई की मार को लेकर गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मांग रखी है कि पेट्रोलियम की कीमतों को जीएसटी में रखा जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री के लाभार्थी संवाद सम्मेलनों को बीजेपी कार्यकर्ताओं को बुलाने का एक ज़रिया बतायाऔर कहा उसके बाद शिक्षकों और हरिजनों को प्रदेश सरकार की ओर से बुलाया गया। ये परम्पराएं सरकार का फांसीवादी फैसला दर्शाती हैं क्योंकि ऐसा सरकारी संसाधनों का दुरूपयोगऔर ज़बरदस्ती बुलाने का तरीका कभी नहीं रहा है।
गहलोत ने पीएम मोदी को राफेल डील मामले पर भी घेरा। आरोप लगाया कि जब 126 राफेल खरीदे जाने थे तो केंद्र की मोदी सरकार ने केवल 36 ही राफेल की डील क्यों की.और उसकी भी कीमत कई गुणा बढ़ा दी गई।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य में माइनिंग,पीएचईडी और एनर्जी जैसे तीन-चार विभागों में लूट मची होने की भी बात कहीऔर कहा इन विभागों में एक कॉकस बना हुआ है…जिसके ज़रिए भ्रष्टाचार हो रहा है और ये सभी मामले जांच के लायक हैं।वहीं दूसरी ओर स्वजातीय माली समाज से आने वाले बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के प्रति गहलोत ने हमदर्दी जताते हुए कहा कि मदनलाल सैनी का बीजेपी में बहुत अपमान हो रहा है।
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