रामदेवरा में मांगी सूबे की खुशहाली
मु ख्यमंत्री ने जैसलमेर जिले के रामदेवरा मन्दिर में दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली, समृद्धि तथा अमन-चैन के लिए प्रार्थना की। पुजारी प्रेमदास और कमल छंगाणी ने उन्हें पूजा करवाई। वे परिसर में ही रामदेवजी की कचहरी और जम्मा-जागरण मन्दिर में भी दर्शन करने गए। रामदेवरा में शराबबंदी को लेकर चल रहे अनशन के बीच यहां पहुंचे सीएम ने कस्बे को सूखाक्षेत्र घोषित कर वहां शराबबंदी का आश्वासन दिया। अनशनकारियों का ज्यूस पिला अनशन तुड़वाया। उन्होंने कुष्ठ रोगियों की जली दुकानों पर दो लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की।
मु ख्यमंत्री ने जैसलमेर जिले के रामदेवरा मन्दिर में दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली, समृद्धि तथा अमन-चैन के लिए प्रार्थना की। पुजारी प्रेमदास और कमल छंगाणी ने उन्हें पूजा करवाई। वे परिसर में ही रामदेवजी की कचहरी और जम्मा-जागरण मन्दिर में भी दर्शन करने गए। रामदेवरा में शराबबंदी को लेकर चल रहे अनशन के बीच यहां पहुंचे सीएम ने कस्बे को सूखाक्षेत्र घोषित कर वहां शराबबंदी का आश्वासन दिया। अनशनकारियों का ज्यूस पिला अनशन तुड़वाया। उन्होंने कुष्ठ रोगियों की जली दुकानों पर दो लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की।
जवानों के पूछे हाल
मुख्यमंत्री ने जवानों से उनके हालचाल पूछे और उनके साथ नाश्ता भी किया। मुख्यमंत्री को सीमा चौकी पर अपराह्न तीन बजे पहुंचना था। लेकिन वह एक घंटे की देरी से चार बजे के बाद पहुंचे। इस देरी के कारण सीमा चौकी पर उनके कार्यक्रमों को संक्षिप्त करना पड़ा। व्यू प्वाइंट पर जाकर वह भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा को भी नहीं देख पाए।
मुख्यमंत्री ने जवानों से उनके हालचाल पूछे और उनके साथ नाश्ता भी किया। मुख्यमंत्री को सीमा चौकी पर अपराह्न तीन बजे पहुंचना था। लेकिन वह एक घंटे की देरी से चार बजे के बाद पहुंचे। इस देरी के कारण सीमा चौकी पर उनके कार्यक्रमों को संक्षिप्त करना पड़ा। व्यू प्वाइंट पर जाकर वह भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा को भी नहीं देख पाए।
पत्रिका से कहा- अक्ल और होशियारी में जनता असाधारण है
गहलोत ने पत्रिका से बातचीत में कहा, रफाल डील की बातें राहुल गांधी की ओर से डेढ़ साल पहले उठाए मुद्दों से जुड़ी हैं। तब प्रधानमंत्री इसका जवाब दे नहीं पाए, अब उनकी बातें बहाना भर हैं। प्रधानमंत्री के पास पांच साल की उपलब्धियां बताने के लिए कुछ नहीं है। रफाल खरीद में घोटाले का आरोप लगा है, लेकिन अब वे ध्यान डायवर्ट कर रहे हैं। जनता पढ़ी-लिखी कम हो सकती है, लेकिन अक्ल और होशियारी में जनता असाधारण है। यह पब्लिक है सब जानती है।
गहलोत ने पत्रिका से बातचीत में कहा, रफाल डील की बातें राहुल गांधी की ओर से डेढ़ साल पहले उठाए मुद्दों से जुड़ी हैं। तब प्रधानमंत्री इसका जवाब दे नहीं पाए, अब उनकी बातें बहाना भर हैं। प्रधानमंत्री के पास पांच साल की उपलब्धियां बताने के लिए कुछ नहीं है। रफाल खरीद में घोटाले का आरोप लगा है, लेकिन अब वे ध्यान डायवर्ट कर रहे हैं। जनता पढ़ी-लिखी कम हो सकती है, लेकिन अक्ल और होशियारी में जनता असाधारण है। यह पब्लिक है सब जानती है।