सीएम गहलोत के पीएम मोदी को तीसरी बार किये पत्राचार से ठीक पहले इसी महीने की शुरुआत में ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर इसे कार्यान्वित कराने की मांग की थी।
ये हैं परियोजना की ख़ास बातें
– राजस्थान की लगभग आधी आबादी के कल्याण से जुड़ा हुआ है पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का मामला
– पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की बन सकती है जीवन रेखा
– प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 में जयपुर की एक सभा के दौरान इस परियोजना पर विचार करने का आश्वासन दिया था।
– 37,247 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की इस परियोजना के क्रियान्वयन से न केवल पूर्वी राजस्थान बल्कि पूरे राज्य के विकास को गति मिलेगी
– कृषि उद्योग व पशुपालन क्षेत्र में प्रगति से करोड़ों लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
– परियोजना से पूर्वी राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर व धौलपुर जिले की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा।
विषय एक, पत्र तीसरा
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को इस विषय में 9 जुलाई, 2020 और 20 जुलाई, 2020 को लिखे पत्रों की निरंतरता में यह तीसरा पत्र लिखा है।