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देखें गुवाहाटी बाढ़ में कैसे बचाई रेस्क्यू टीम ने लोगों की जान, जयपुर का जाबांज था टीम कमांडर

locationजयपुरPublished: Jul 20, 2019 04:20:14 pm

Assam Floods : गुवाहाटी में बाढ़ के दौरान शिवदासपुरा निवासी एनडीआरएफ इंस्पेक्टर कैलाश शर्मा ने बताई रेस्क्यू ( Rescue Operation ) की कहानी

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देखें गुवाहाटी बाढ़ में कैसे बचाई रेस्क्यू टीम ने लोगों की जान, जयपुर का जाबांज था टीम कमांडर

जयपुर। Assam Floods असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं। बाढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी ( Brahmaputra River ) पूरे उफान पर थी। खतरे के निशान से ऊपर बहती नदी से लोगों की जान बचाने के लिए एनडीआरएफ की बटालियन जुटी हुई थी। टीम का नेतृत्व जयपुर के शिवदासपुरा निवासी एनडीआरएफ ( National Disaster Response Force NDRF ) में इंस्पेक्टर कैलाश शर्मा कर रहे थे।
शर्मा ने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे पर बसे एक दर्जन से ज्यादा गांवों में 10 से 15 फीट तक पानी था। हजारों लोग डरे-सहमे मौत को सामने देख डरे हुए थे। जैसे ही हमारी नाव उन लोगों तक पहुंचती तो उनकी आंखों में एक उम्मीद नजर आती। उन्होंने बताया कि सात दिन तक लगातार रेस्क्यू के बाद हमारी टीम ने 3500 से ज्यादा जिंदगियां बचाई।
शर्मा ने बताया कि उनकी एनडीआरएफ बटालियन ने 20 जवान और पांच बोटों से राहत कार्य शुरू किया। 12 जुलाई से 18 जुलाई लगातार सात दिन तक लोगों को बचाने का रेस्क्यू किया गया। इन सात दिन में कड़ी मेहनत से हमारी टीम ने 3500 से ज्यादा लोगों की जान बचाई।
115 वर्षीय महिला को निकाला
शर्मा ने बताया कि एक घर में हमें एक वृद्ध महिला के होने की जानकारी मिली। हम वहां हमारी बोट लेकर पहुंचे। वृद्ध महिला 115 वर्ष की शकीना बेगम थी। उन्हें रस्सी या लाइफ जैकेट के जरिए बचाना काफी मुश्किल भरा काम था। लेकिन जवानों ने अपनी मेहनत और कौशल का परिचय देते हुए उन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया। उस घर में एक अन्य व्यक्ति शमशुद्दीन आलम का भी रेस्क्यू किया गया। बाढ़ के दौरान कई गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी फंसे थे। जिन्हें हमारी टीम ने बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
केले के पेड़ में फंसे हुए थे आठ लोग
कमांडेट शर्मा ने बताया कि बाढ़ के दौरान एक घर में आठ लोग फंसे हुए थे। इनका कच्चा घर केले के पेड़ों के बीच में था। हमारी टीम जैसे—तैसे केले के पेड़ों तक पहुंच सकी। वहां पर रस्सी के सहारे हमने फंसे हुए हर व्यक्ति को सुरक्षित निकाला।
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