असम में कांग्रेस नेतृत्व गठबंधन के जयपुर में बाड़ाबंदी में ठहरे हुए करीब दो दर्जन विधायक प्रत्याशी और उनके परिवारजन शुक्रवार को फिर से गुवाहाटी लौट गए। ये प्रत्याशी असम चुनाव में खरीद फरोख्त् की आशंकाओं के तहत 9 अप्रेल को विशेष विमान से जयपुर लाए गए थे और कांग्रेस पार्टी की ओर से इन्हें दिल्ली रोड स्थित होटल फेयरमांट में ठहराया गया था। लेकिन जयपुर आने के बाद ये प्रत्याशी आठ दिन भी ठहर नहीं पाए। सूत्रों का कहना है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रत्याशियों की घर वापसी की इच्छा को देखते हुए इन्हें फिर से असम भेजा गया।
मिली जानकारी के मुताबिक इन प्रत्याशियों के जयपुर पहुंचने पर सरकारी मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी और विधायक रफीक खान ने इन्हें रिसीव करते हुए होटल तक पहुंचाया था और इनकी मेहमाननवाजी की। जयपुर ठहराव के दौरान विधायक प्रत्याशियों ने अजमेर दरगाह शरीफ में जियारत करने के साथ ही जयपुर में आमेर के ऐतिहासिक क्षेत्र और हाथी गांव का भ्रम किया। शुक्रवार को सभी प्रत्याशियों ने होटल से गुवाहाटी के लिए निकलने से पहले मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस दौरान मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी, विधायक रफीक खान, विधायक अमीन कागजी और राजस्थान वक्फ बोर्ड के खानू खान बुधवाली मौजूद रहे।
सीएम ने शॉल ओढ़ाकर दी गांधी डायरी
सीएम गहलोत ने मुलाकात के दौरान सभी प्रत्याशी करीब एक घंटे तक यहां रूके। इस दौरान गहलोत ने सभी का हालचाल पूछने के साथ ही इनका शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इन्हें गांधी डायरी देने के साथ ही मास्क भी दिया। फिर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सभी का समूह फोटो हुआ। इसके बाद दोपहर को सभी प्रत्याशी एयरपोर्ट पहुंच गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए। सरकारी मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी, विधायक रफीक खान ने सभी को एयरपोर्ट तक छोड़ा।
फिर से जयपुर आने की इच्छा जताई
सभी प्रत्याशी राजस्थानी परंपरा की मेहमाननवाजी से अभिभूत नजर आए। साथ ही कहा कि उन्होंने असम में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद फिर राजस्थान आने की इच्छा जताई। एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में डॉ महेश जोशी ने असम में महागठबंधन की सरकार बनने का दावा किया। साथ ही केन्द्र सरकार पर केंद्र सरकार पर षड्यंत्र रच कर चुनी हुई सरकारें गिराने और विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया।