script19 साल बाद श्राद्ध पक्ष और नवरात्र में एक माह का अंतर | ASWIN ADHIKAMAS DEVSHAYANI EKADASHI 2020 | Patrika News

19 साल बाद श्राद्ध पक्ष और नवरात्र में एक माह का अंतर

locationजयपुरPublished: Jun 25, 2020 07:56:08 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर एक जुलाई को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) होगी। इसके साथ ही देव सोयेंगे और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। इसके साथ ही चातुर्मास शुरू होगा। चातुर्मास 26 नवम्बर को कार्तिक शुक्ल एकादशी पर समाप्त होगा। ऐसे में इस बार चातुर्मास करीब पांच माह रहेगा। इस बार श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) और शारदीय नवरात्र (Sharadiya Navratri) के बीच एक माह का अंतर रहेगा। श्राद्ध पक्ष 2 सितंबर से 17 सितंबर तक रहेगा।

19 साल बाद श्राद्ध पक्ष और नवरात्र में एक माह का अंतर
— आश्विन अधिकमास
— श्राद्ध पक्ष 2 सितंबर से 17 सितंबर तक
— 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र होंगे शुरू

जयपुर। आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर एक जुलाई को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) होगी। इसके साथ ही देव सोयेंगे और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। इसके साथ ही चातुर्मास शुरू होगा। चातुर्मास 26 नवम्बर को कार्तिक शुक्ल एकादशी पर समाप्त होगा। ऐसे में इस बार चातुर्मास करीब पांच माह रहेगा। इस बार श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) और शारदीय नवरात्र (Sharadiya Navratri) के बीच एक माह का अंतर रहेगा। श्राद्ध पक्ष 2 सितंबर से 17 सितंबर तक रहेगा, इसके बाद 18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक आश्विन अधिकमास (Ashwin adhikamas) रहेगा, जिसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। इसके ठीक बाद 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो जाएंगे। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो करीब 19 साल बाद आश्विन अधिकमास आ रहा है, यानी 19 साल बाद इस बार श्राद्ध पक्ष और नवरात्र में एक माह का अंतर आ रहा है।

ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि इस बार आश्विन अधिक मास आएगा। श्राद्ध पक्ष 2 सितंबर से 17 सितंबर तक रहेगा। इसके बाद 18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक आश्विन का अधिक मास रहेगा। 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू होंगेे। ऐसे में इस बार श्राद्ध पक्ष और नवरात्र में एक माह का अंतर रहेगा। उन्होंने बताया कि
इससे पहले साल 2001 में आश्विन अधिकमास आया है। यानी 19 साल बाद आश्विन अधिक मास आएगा। इसके बाद अब 2039 में आश्विन अधिक मास आएगा, तब भी श्राद्ध पक्ष और शारदीय नवरात्र में एक माह का अंतर रहेगा।
ज्योतिषाचार्य शालिनी सालेचा ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर एक जुलाई को देवशयनी एकादशी है।
भगवान विष्णु चार महीने के लिए पाताल लोक में चले जाएंगे। देवशयनी एकादशी की तिथि यानि इस दिन से ही चार्तुमास का आरंभ माना जाता है, भगवान विष्णु के पाताल लोक में जाने के बाद धार्मिक कार्य वर्जित हो जाते हैं। इन चार महीनों तक भगवान विष्णु क्षीर सागर की अंनत शईया पर आराम करते हैं। इसलिए इन चार माह की अवधि में कोई भी धार्मिक कार्य नहीं किया जाता है। इस बार यह चातुर्मास पांच माह का आएगा।
श्रावण मास 6 जुलाई से, सावन में आएंगे पांच सोमवार

शिव आराधना का पवित्र माह श्रावण मास 6 जुलाई को शुरू होगा, जो 3 अगस्त रहेगा। इस बार श्रावण मास में पांच सोमवार आएंगे। श्रावण मास की शुरुआत सोमवार से हो रही है और समापन भी 3 अगस्त को सोमवार को ही होगा। ज्योतिषाचार्य नरोत्तम पुजारी ने बताया कि इस बार सावन की शुरुआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व वैधृति योग में होगी। इसके साथ ही चंद्रमा मकर राशि में विचरण करेगा। इससे इस बार सावन मास में जमकर बारिश होने के योग बन रहे है।
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