डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मनीष सोनी (28) जामडोली मंगल विहार का रहने वाला हैं और बैंक में ही चपरासी है। आरोपी एटीएम में रुपए डालने के वक्त साथ जाता था, मशीन को खोलने का तरीका और पासवर्ड भी देख लिया। पैसों की जरूरत होने पर उसने एटीएम से 17.12 लाख रुपए की चोरी कर ली। चोरी की रकम उसने अपने दोस्त के यहां रखवा दी थी, पुलिस ने उसे दोस्त के घर से बरामद की। गौरतलब है कि एक अगस्त को पीएनबी बैंक झोटवाड़ा शाखा के मुख्य प्रबंधक दिनेश कुमार गुप्ता ने एटीएम से रुपए चोरी का मामला दर्ज करवाया। एटीएम को न तो काटा गया था और न ही उखाड़ा गया। ऐसे में पुलिस को बैंक से जुड़े अज्ञात व्यक्ति पर संदेह था।
इसलिए रची थी साजिश-
थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी अपने पिता के मकान में रहता था। अच्छी जिंदगी जीने के लिए उसने प्रमोशन के लिए दो बार एग्जाम भी दिए, लेकिन पढ़ाई कम होने की वजह से वह रह गया। आरोपी मनीष ने पुलिस को बताया कि वह अपने लिए एक प्लॉट खरीदना चाहता था। वह अपने दोस्तों के साथ तीन चार प्लॉट भी देखने गया था। पैसे नहीं होने वजह से उसने एटीएम से रुपए चुराने की सोची और एटीएम से 17.12 लाख रुपए निकालकर गोनेर में अपने दोस्त के रखवा दिए कि यह प्लॉट के लिए लाया हूं। इस कारण दोस्त को चोरी का संदेह भी नहीं हुआ।
थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी अपने पिता के मकान में रहता था। अच्छी जिंदगी जीने के लिए उसने प्रमोशन के लिए दो बार एग्जाम भी दिए, लेकिन पढ़ाई कम होने की वजह से वह रह गया। आरोपी मनीष ने पुलिस को बताया कि वह अपने लिए एक प्लॉट खरीदना चाहता था। वह अपने दोस्तों के साथ तीन चार प्लॉट भी देखने गया था। पैसे नहीं होने वजह से उसने एटीएम से रुपए चुराने की सोची और एटीएम से 17.12 लाख रुपए निकालकर गोनेर में अपने दोस्त के रखवा दिए कि यह प्लॉट के लिए लाया हूं। इस कारण दोस्त को चोरी का संदेह भी नहीं हुआ।
इस तरह पकड़ा गया-
सीसीटीवी कैमरों और अन्य कई जगहों के कैमरे खंगाले तो आरोपी का मुंह ढका हुआ चेहरा नजर आया। कांस्टेबल मालीराम ने उसकी पहचान के लिए बैंककर्मियों से पूछताछ की। इसी दौरान पता चला कि पीएनबी की मोतीडूंगरी स्थित शाखा में इस तरह का युवक काम करता है। वह पहले झोटवाड़ा स्थित शाखा में ही काम करता था और सितंबर 2019 में ट्रांसफर होकर मोती डूंगरी गया था। झोटवाड़ा स्थित एटीएम का उसे सबकुछ पता था। इसलिए वारदात के लिए इसे ही चुना। हिरासत में लेकर के पूछताछ की तो वारदात स्वीकार कर ली।
सीसीटीवी कैमरों और अन्य कई जगहों के कैमरे खंगाले तो आरोपी का मुंह ढका हुआ चेहरा नजर आया। कांस्टेबल मालीराम ने उसकी पहचान के लिए बैंककर्मियों से पूछताछ की। इसी दौरान पता चला कि पीएनबी की मोतीडूंगरी स्थित शाखा में इस तरह का युवक काम करता है। वह पहले झोटवाड़ा स्थित शाखा में ही काम करता था और सितंबर 2019 में ट्रांसफर होकर मोती डूंगरी गया था। झोटवाड़ा स्थित एटीएम का उसे सबकुछ पता था। इसलिए वारदात के लिए इसे ही चुना। हिरासत में लेकर के पूछताछ की तो वारदात स्वीकार कर ली।