यहीं वजह है कि शहर में स्थित अस्सी प्रतिशत एटीएम पर सुरक्षा ( ATM security gurad )गार्ड तैनात नहीं है। इसकी वजह से एटीएम बदमाशों के आसान टारगेट बन गए है। हाल ही दो दिन के अंतराल में सांगानेर व करधनी में बदमाशों ने एटीएम को निशाना बना कर लूट का ( ATM loot attempt )प्रयास किया था लेकिन पुलिस की सर्तकता से वे लूटने से बच गए। खास बात यह है कि बाकी बचे बीस प्रतिशत एटीएम पर भी २४ घंटे के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं है। कुछ एटीएम पर रात में सुरक्षा गार्ड तैनात है लेकिन दिन में नहीं।( rajasthan news )
-सीसीटीवी फुटेज ( cctv footage )लेकिन बदमाश पकड़ से दूर
सांगानेर व करधनी थाना इलाके में दो दिन के अंतराल में दो एटीएम ( atm loot )को बदमाशों ने निशाना बनाने का प्रयास किया था। सांगानेर में बैंक ऑफ इंण्डिया तो करधनी में बैंक ऑफ बडौदा बैंक के एटीएम को बदमाशों ने तोड़कर रुपए निकालने का प्रयास किया था। इन वारदातों का पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज ( crime news ) भी है। लेकिन अभी तक पुलिस एटीएम को टारगेट बनाने वाले गिरोह को नहीं दबोच पाए। यह जरूर है कि एटीएम को निशाना बनाने वाले कुछ बदमाशों को बगरू थाना पुलिस ने अजमेर रोड पर स्थित एक बड़े आवासीय योजना से दबोचा था। लेकिन करधनी व सांगानेर एटीएम लूट का प्रयास करने वाले बदमाशों की तलाश जारी है।
सांगानेर व करधनी थाना इलाके में दो दिन के अंतराल में दो एटीएम ( atm loot )को बदमाशों ने निशाना बनाने का प्रयास किया था। सांगानेर में बैंक ऑफ इंण्डिया तो करधनी में बैंक ऑफ बडौदा बैंक के एटीएम को बदमाशों ने तोड़कर रुपए निकालने का प्रयास किया था। इन वारदातों का पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज ( crime news ) भी है। लेकिन अभी तक पुलिस एटीएम को टारगेट बनाने वाले गिरोह को नहीं दबोच पाए। यह जरूर है कि एटीएम को निशाना बनाने वाले कुछ बदमाशों को बगरू थाना पुलिस ने अजमेर रोड पर स्थित एक बड़े आवासीय योजना से दबोचा था। लेकिन करधनी व सांगानेर एटीएम लूट का प्रयास करने वाले बदमाशों की तलाश जारी है।
-पुलिस ( Rajasthan Police )व बैंक प्रशासन के बीच वार्ता की पालना नहीं करते बैंक अधिकारी ( bank officer )
एटीएम की सुरक्षा को लेकर हर साल बैंक व पुलिस प्रशासन के बीच दो से तीन बार वार्ताएं होती है। इन वार्ताओं में तय गए नियमों लेकर पुलिस तो सजग नजर आती है लेकिन बैंक प्रशासन तय बातों की पालना नहीं करती। हालाकि रात्रि गश्त में तैनात पुलिसकर्मियों को एटीएम सुरक्षा के मद्देनजर हर एक एटीएम की रात में जांच करने को कहा गया है। पुलिस का गश्ती दल लगातार इसकी पालना भी करता नजर आ रहा है।
एटीएम की सुरक्षा को लेकर हर साल बैंक व पुलिस प्रशासन के बीच दो से तीन बार वार्ताएं होती है। इन वार्ताओं में तय गए नियमों लेकर पुलिस तो सजग नजर आती है लेकिन बैंक प्रशासन तय बातों की पालना नहीं करती। हालाकि रात्रि गश्त में तैनात पुलिसकर्मियों को एटीएम सुरक्षा के मद्देनजर हर एक एटीएम की रात में जांच करने को कहा गया है। पुलिस का गश्ती दल लगातार इसकी पालना भी करता नजर आ रहा है।
-रुपयों का इंश्योरेंस होता है इसलिए ध्यान नहीं देता बैंक प्रशासन
एटीएम सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर लेकर जब पुलिस ने बैंक प्रशासन से वजह पता करने का प्रयास किया तो सामने आया कि हर बैंक एटीएम में डाले जाने वाले रुपयों का इंश्योरेंस करवाता है। एेसे में रुपए चोरी या लूटे जाने की स्थिति में बैंक प्रशासन को नुकसान नहीं झेलना पड़ता है। इन घटनाओं का भार इंश्योरेंस कम्पनी पर आता है। यहीं वजह है कि खर्चा बचाने के चक्कर में बैंक प्रशासन एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं करवाता है। इसमें चाहे सरकारी हो या निजी बैंक दोनों यही रणनीति अपनाते है।
एटीएम सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर लेकर जब पुलिस ने बैंक प्रशासन से वजह पता करने का प्रयास किया तो सामने आया कि हर बैंक एटीएम में डाले जाने वाले रुपयों का इंश्योरेंस करवाता है। एेसे में रुपए चोरी या लूटे जाने की स्थिति में बैंक प्रशासन को नुकसान नहीं झेलना पड़ता है। इन घटनाओं का भार इंश्योरेंस कम्पनी पर आता है। यहीं वजह है कि खर्चा बचाने के चक्कर में बैंक प्रशासन एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं करवाता है। इसमें चाहे सरकारी हो या निजी बैंक दोनों यही रणनीति अपनाते है।