श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपतराय ने रविवार को जयपुर में प्रेस वार्ता में बताया कि पूरे देशभर में 8 से 9 लाख कार्यकर्ताओं ने समर्पण अभियान में घर—घर घूमकर यह राशि एकत्रित की है। राजस्थान में 36 हजार गांव और अन्य शहरी मोहल्लों में घूमकर यह राशि एकत्रित की गई है। देशभर के 4 लाख गांवों में समर्पण के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में हम सफल हुए हैं। नगरीय क्षेत्रों के सभी वार्डों में संपर्क हुआ है। हालांकि अभी परिवारों के आंकड़े आने अभी शेष हैं, लेकिन अनुमानत: 10 करोड़ परिवारों से हमारा संपर्क हुआ है। अभियान में 1,75,000 टोलियों में लगभग 9 लाख कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क किया। 38125 कार्यकर्ताओं के माध्यम से समर्पण निधि बैकों में जमा हुई। मुस्लिम परिवारों ने भी समर्पण अभियान में हिस्सा लिया। अनेक स्थानों पर भिक्षुकों, दैनिक मजदूर व खेतीहर किसानों ने भी अभियान में हिस्सा लिया। हैदराबाद स्थित धनुषा इन्फोटेक द्वारा बनाए गए एप ने कार्यकर्ताओं, बैंकों तथा न्यास के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य किया।
राजस्थान के पत्थर से बनेगा राम मंदिर चंपतराय ने बताया कि भरतपुर के बंसी पहाड़पुर के पत्थर से मंदिर का निर्माण होगा। मंदिर में 4 से 4.5 लाख घनफुट पत्थर लगेगा। 1990 से 2003 के बीच राम मंदिर के यहां से पत्थर गया था। जो आज भी सही है। एक अनुमान के मुताबिक हमारे पास 60 हजार क्यूबिक फुट पत्थर ले जा चुके थे। हालांकि बंशी पहाड़पुर का इलाका फोरेस्ट में आ चुका है, लेकिन जिस इलाके का पत्थर हमें चाहिए, उसे डी फोरेस्ट करने के लिए सरकार मानसिक रूप से तैयार है।
रमजान ने की है मार्बल की नक्काशी इसके अलावा मंदिर परकोटा के लिए जोधपुर के पत्थर का प्रयोग करने पर विचार चल रहा है। वहीं प्लींथ उंचा करने के लिए मिर्जापुर का पत्थर लगाया जाएगा। कुल 12 से 13 लाख क्यूबिक फुट पत्थर का प्रयोग किया जाएगा। सिरोही जिले के तीन स्थानों पर सफेद मार्बल की चौखट बनाई जा रही है, जिसकी नक्काशी मकराना के रमजान भाई ने की है।
कांग्रेस ने लोगों ने भी दिया चंदा, विदेशों से अभी नहीं लिया पैसा रॉबर्ट वाड्रा सहित कई लोगों के चंदा नहीं देने के सवाल पर चंपतराय ने कहा कि किसी पर दबाव नहीं है, लेकिन कांग्रेस के ख्यातिनाम लोगों ने फोन करके घर बुलाया। अपने क्षेत्र के लोगों को लेकर पांडाल लगाकर समर्पण अभियान का हिस्सा बने हैं। विदेशों से अभी हमने कोई पैसा नहीं लिया है।
पूर्वोत्तर ने भी लिया अभियान में हिस्सा पूर्वोत्तर के राज्यों में अरुणाचल प्रदेश से 4.5 करोड़, मणिपुर से 2 करोड़, मिजोरम से 21 लाख, नागालैंड से 28 लाख व मेघालय से 85 लाख तथा दक्षिण के राज्यों में से तमिलनाडु से 85 करोड़ व केरल से 13 करोड़ समर्पण राशि जमा चुकी है। अभियान भले ही पूर्ण हो गया हो, लेकिन वेबसाइट https://srjbtkshetra.org के माध्यम से अपना समर्पण सदैव जमा करा सकते हैं।