आज सुबह छह बजे फिर से आयुष की तलाश शुरू की गई। आज सुबह सुल्तान नगर स्वेज फार्म के पास से तलाशी अभियान फिर से शुरू किया गया। अब सुल्तान नगर से गूलर बांध तक के नाले को खंगाला जाएगा। नाले में सडक़ के नीचे लगे पाइपों की ठीक प्रकार से जांच की जाएगी। इस काम में एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस सहित 100 से अधिक लोग जुटे हैं।
आयुष की तलाश में आधा दर्जन जेसीबी, पौंकलैंड मशीन व अन्य उपकरण काम में लिए जा रहे हैं। प्रशासन की नाकामी के बाद परिजनों ने ज्योतिषों का भी सहारा लिया है। लोगों में है गुस्सा
पुलिस की नाकामी के चलते परिजनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बचाव राहत कार्य में लगी टीम के सदस्यों को नाले में दूषित पानी से होने वाली बीमारी से बचाने के लिए विशेष सावधानी भी बरती जा रही है। नाले में उतरने से पूर्व टीम के सदस्यों को कैमिकल लगाने के साथ डिटोल से कीटाणु मुक्त किया जा रहा है। पहनने के लिए भी विशेष प्रकार के कपड़े व जूते दिए गए हैं। हाथ की बजाय बांस या अन्य प्रकार की उपकरणों से नाले में आयुष के शव को तलाशने के लिए टीम के सदस्यों को निर्देश दिया गया है। चार दिन गुजर जाने के बाद भी आयुष के नहीं मिलने से बचाव राहत में जुटी टीम के हौसले भी धीरे-धीरें जवाब दे रहे हैं।
पुलिस की नाकामी के चलते परिजनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बचाव राहत कार्य में लगी टीम के सदस्यों को नाले में दूषित पानी से होने वाली बीमारी से बचाने के लिए विशेष सावधानी भी बरती जा रही है। नाले में उतरने से पूर्व टीम के सदस्यों को कैमिकल लगाने के साथ डिटोल से कीटाणु मुक्त किया जा रहा है। पहनने के लिए भी विशेष प्रकार के कपड़े व जूते दिए गए हैं। हाथ की बजाय बांस या अन्य प्रकार की उपकरणों से नाले में आयुष के शव को तलाशने के लिए टीम के सदस्यों को निर्देश दिया गया है। चार दिन गुजर जाने के बाद भी आयुष के नहीं मिलने से बचाव राहत में जुटी टीम के हौसले भी धीरे-धीरें जवाब दे रहे हैं।