एेसे चलता था फर्जीवाड़ा हाजिरी के नाम पर कई बीएड महाविद्यालय फर्जीवाड़ा कर रहे थे। जिसके बाद अब यह नई कवायद शुरू की गई हैं। इसमें महाविद्यालय एेसे विद्यार्थी जो कॉलेज में नहीं आते थे उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूल कर उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दे रहे थे। जिसकी शिकायत कई बार विश्वविद्यालयों व परिषद को मिली थी। इसके साथ ही अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों पर फाइन के नाम पर अतिरिक्त वसूली कर रहे थे। कई महाविद्यालयों पर एेसी शिकायतें मिलने पर महाविद्यालय संचालकों की मनमानी पर शिकंजा कसने के लिए बायॉमेट्रिक मशीन से हाजिरी के शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। महाविद्यालयों को अगला शैक्षणिक सत्र शुरू करने से पहले मशीन लगाने की सूचना उन विश्वविद्यालयों को देनी होगी जिससे उनको सम्बद्धता प्राप्त हैं। इसके बाद वह विश्वविद्यालय यह सूचना आगे भिजवाएंगे।
हर 15 दिन में अपडेट करनी होगी सूचना प्रदेश के सभी बीएड महाविद्यालयों को अपनी वेबसाइट बनाने के निर्देश भी जारी किए गए थे। जिसके अनुसार इस वेबसाइट को महाविद्यालयों को हर 15 दिन से सूचनाएं अपडेट करनी होगी। इस वेबसाइट पर कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी, शिक्षकों की डिटेल व विद्यार्थियों के नामांकन की संख्या आदि बतानी होगी। इसके साथ ही मांगी गइ अन्य सूचनाएं भी हर 15 दिन में अपडेट करनी होगी।