इसी डिमांड को देखते हुए इंस्टीट्यूट ने भी एक या दो नहीं बल्कि कई कोर्स एक साथ लॉन्च कर रहे है। बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी ( BTech ) की बात करें तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा सांइस, ( artificial intelligence )
कंप्यूटर इंजीनियरिंग के तहत आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस में स्पेशलाइजेशन वाली ब्रांच शुरु की गई है।
रीप की काउंसलिंग में भी रूझान काउंसलर्स के अनुसार, रीप काउंसलिंग में भी नए कोर्सेज में स्टूडेंट्स पैरेंट्स का रूझान आ रहा है। प्लेसमेंट ऑफिसर दीप्ति लोढा के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से भारत में औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों में तकनीकी विस्तार को बढ़ावा मिलेगा। आईटी, रिटेल, फाइनेंस, टेक्सटाइल और ऑटो सेक्टर में डिमांड बढ़ेगी।
एआई और मशीन लर्निंग मैनपावर का लेंगे बड़ा हिस्सा करियर काउंसलर सुशील जैन ने बताया कि एआई, डाटा साइंस ( data science ) , इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मशीन लर्निंग, बिग डेटा, क्लाउड एवं रोबोटिक्स डवलप होती तकनीक हैं। आगे मैनपावर का एक बड़ा भाग ये ही लेगी। काउंसलिंग में इन सब्जेक्ट को लेकर इंक्वायरी आ रही है।
‘ पहले स्टूडेंट को एआई व डाटा साइंस के लिए दूसरे राज्यों का रूख करना पड़ता था। अब इंजीनियरिंग के रूझान को देखकर एआईसीटीई ने नए कोर्स का सिलेबस डिजाइन किया है। आरटीयू की ओर से शुरु कोर्सेज को तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस वर्ष के सीट मेट्रिक्स में शामिल कर ग्रीन सिग्नल दिया है।’ — डॉ. नीरज जैन, एडमिशन डायरेक्टर पूर्णिमा ग्रुप
‘ कोरोना काल में स्टूडेंट और पैरेंट्स बाहर जाने के बजाय शहर में ही एडमिशन को प्रिफर कर रहे है। बिग डाटा एनालिसिस, साइबर सिक्योरिटी के साथ ऐसे कोर्सेज की डिमांड है जिनमें डिग्री में इंडस्ट्री स्पेशलाइजेश का कॉलोब्रोशन हो। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने भी ऐसे 29 नए कोर्स शुरू किए है।’ — निकिता बत्रा, काउंसलिंग टीम मेंबर