बाबा जी ने बताया कि उनके आश्रम में जुलाई में करीब 6 लाख रुपयों के सोने चांदी के सामान सहित नकदी की चोरी हो गई थी. थाने में मामला दर्ज करवाने के बाद उन्होंने पुलिस को चोर की जानकारी भी दी. पुलिस ने उस चोर को पकड़ा, लेकिन फिर उससे मिलीभगत कर उसे छोड़ दिया. बाबा ने कहा कि वह पिछले 4 महीने से थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ यही कहा जा रहा है कि जांच जारी है.
इतना ही नहीं बाबा ने कहा कि उन्होंने जांच कर रहे पुलिस अधिकारी को 8 हजार रुपये भी दिए हैं. बाबा ने कहा कि रविवार को थाने पर पुलिस अधिकारी राजेंद्र ने उनसे अभद्र व्यवहार किया. इसी से नाराज होकर वह टावर पर चढ़ गए. बाबाजी ने कहा कि अगर पुलिस चोर के साथ मिलीभगत कर ले तो आम जनता का क्या होगा.
डीवाईएसपी गिरधारीलाल ने बताया कि बाबाजी के आश्रम में चोरी हुई थी और चोर के नहीं पकड़ने जाने से बाबाजी मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी से नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि चोर को पकड़ने का आश्वासन दिए जाने के बाद बाबा जी टावर से नीचे उतरने को राजी हुए. उन्होंने कहा कि पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा करेगी.