जनरल बाजवा ने सोमवार को ही हवाई हमलों से निपटने की तैयारियों पर चर्चा के लिए इस्लामाबाद में पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान से मुलाकात भी की थी। इसके बावजूद उनकी सारी तैयारी धरी रह गई।
पाकिस्तान ने शनिवार से ही भारत के हमले की आशंका को लेकर अस्पतालों में इंतजाम शुरू कर दिए थे। 22 फरवरी को ही वहां के स्वास्थ्य महकमे ने एम्बुलेंस समेत सभी जरूरी सेवाओं को अलर्ट पर रखने का आदेश जारी कर दिया था।
एयर स्ट्राइक से पहले कुछ दिन पाकिस्तान ने हमारी सेनाओं का ध्यान भटकाने के लिए राजस्थान सीमा पर भी अपनी संदिग्ध गतिविधियां बढ़ा दी थीं। 23 फरवरी को श्रीगंगानगर के हिन्दुमलकोट के समीप पाक रेंजरों ने फायरिंग की थी। अगले दिन 24 फरवरी को भी पाक के कुछ लड़ाकू विमान सीमा के समीप नजर आए थे। लेकिन हमारी सेना की योजना को प्रभावित करने में नाकाम रहे। राजस्थान सीमा पर हमारे सैन्य ठिकानों से महज 150-200 किमी दूरी पर ही पाकिस्तान की महत्वपूर्ण मुल्तान और बहावलपुर कोर स्थित हैं।