आपको बतादें कि 2016 में भी बीसलपुर से पानी निकासी के बाद बाढ़ बिलोली और हाड़ौती का कांटड़ा डूब क्षेत्र में आने से सेना और एनडीआरएफ की मदद से यहां के लोगों को बाहर निकाला गया था। जिले भर में लगातार बारिश से फसलें खराब हो गई हैं। खासकर तिल और बाजरे की फसल में अधिक नुकसान हुआ है। शुरुआत में अच्छी बारिश की कामना के साथ किसानों ने फसलों की बुवाई की थी।
उम्मीद के अनुरूप ठीक ठाक बारिश से फसलों को लहलहाते देख किसानों के चहरे खिल रहे थे, लेकिन लौटता मानसून मानों किसानों पर कहर बनकर टूट पड़ा है। किसानों का कहना है कि फसल पकने के समय में लगातार हो रही बारिश से तिल की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। वहीं बाजरे की फसल में भी अधिक नुकसान हुआ है। प्रकृति ने इस बार बारिश के रूप में किसानों पर वार किया है। जिले भर में फसल नष्ट हुई है। वहीं राजस्व विभाग की ओर से खराबे का सर्वे अबतक तक नहीं करवाया गया है।