डीसीपी प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि डकैती के मामले में नागौर के डीडवाना निवासी दातार सिंह, हरियाणा के रोहतक निवासी सरगना राजवीर उर्फ राजीव धानका, निखिल वाल्मिक, सोनीपथ निवासी अमित उर्फ लक्की सिंह ईसाई और जगदीप धानका को गिरफ्तार किया है। जबकि आरोपियों में जयपुर ब्रह्मपुरी थाने का हिस्ट्रीशीटर देवेन्द्र उर्फ देबू की तलाश जारी हैं। पुलिस ने बताया कि 4 फरवरी देर शाम को करधनी में बैंक ऑफ बड़ौदा की मिनी शाखा के संचालक दीपक सैनी को बंधक बना 3 लाख रुपए लूट ले जाने की सूचना मिली थी। सूचना पर झोटवाड़ा एसीपी हरिशंकर शर्मा के नेतृत्व में 30 पुलिसकर्मियों की टीम लगातार डकैतों की तलाश में जुटी रही। टीम को बुधवार रात डकैतों के अजमेर की तरफ से जयपुर आने की सूचना मिली। तब 200 फीट एक्सप्रेस हाईवे चौराहा पर घेराबंदी कर पांच डकैतों को पकड़ा। एक डकैत अंधेरे में बचकर भाग निकला। पुलिस ने उनके कब्जे से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा और दस कारतूस और एक खाली मैग्जीन बरामद की हैं।
इस तरह पहुंचे बदमाशों तक-
पुलिस को पता चला कि डकैत एक कार में बैठ कर भाग निकले। 1500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की एक एक फुटेज चैक की गई। यहां से मिली फुटेज में डकैतों की कार जाहोता और चौमूं होते हुए रींगस तक नजर आई। वारदात से पहले भी 2 फरवरी की फुटेज में डकैतों की कार करधनी क्षेत्र में नजर आई। इस कार में आगे के एक पहिए पर व्हील कवर नहीं था और नंबर स्पष्ट नजर आ रहे थे। नंबरों से पता चला कि कार जोधपुर निवासी विक्रम सिंह जोधा की है। पुलिस ने बताया कि जिस विक्रम सिंह जोधा को पकड़ा गया तो उसने बताया कि एक परिचित के जरिए कार डीडवाना निवासी दातार सिंह कुछ दिन पहले मांगकर ले गया है। पुलिस कार के पहिए पर नहीं लगे व्हील कवर और तकनीकी के आधार पर डकैतों की तलाश में जुटी रही। बुधवार को झोटवाड़ा थाने के कांस्टेबल मालीराम को सूचना मिली कि डकैत अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहे हैं। कार के व्हील कवर से तस्दीक कर आरोपियों को दो सौ फीट एक्सप्रेस चौराहा पर पकड़ा गया।
पुलिस को पता चला कि डकैत एक कार में बैठ कर भाग निकले। 1500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की एक एक फुटेज चैक की गई। यहां से मिली फुटेज में डकैतों की कार जाहोता और चौमूं होते हुए रींगस तक नजर आई। वारदात से पहले भी 2 फरवरी की फुटेज में डकैतों की कार करधनी क्षेत्र में नजर आई। इस कार में आगे के एक पहिए पर व्हील कवर नहीं था और नंबर स्पष्ट नजर आ रहे थे। नंबरों से पता चला कि कार जोधपुर निवासी विक्रम सिंह जोधा की है। पुलिस ने बताया कि जिस विक्रम सिंह जोधा को पकड़ा गया तो उसने बताया कि एक परिचित के जरिए कार डीडवाना निवासी दातार सिंह कुछ दिन पहले मांगकर ले गया है। पुलिस कार के पहिए पर नहीं लगे व्हील कवर और तकनीकी के आधार पर डकैतों की तलाश में जुटी रही। बुधवार को झोटवाड़ा थाने के कांस्टेबल मालीराम को सूचना मिली कि डकैत अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहे हैं। कार के व्हील कवर से तस्दीक कर आरोपियों को दो सौ फीट एक्सप्रेस चौराहा पर पकड़ा गया।
ब्राण्डेड कपडे़ और अय्याशी में उड़ाए हजारों रुपए
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से लूट की रकम बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी जोधपुर पहुंचे, वहां पर एक नामी कंपनी के कपड़े खरीदे। इसके बाद अय्याशी में एक-एक रात में ही 13-13 हजार रुपए खर्च किए।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से लूट की रकम बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी जोधपुर पहुंचे, वहां पर एक नामी कंपनी के कपड़े खरीदे। इसके बाद अय्याशी में एक-एक रात में ही 13-13 हजार रुपए खर्च किए।
पैरोल से बाहर आकर की वारदात-
गिरोह का सरगना राजवीर उर्फ राजीव उर्फ राजवा अपनी पत्नी की हत्या के मामले में सुनारिया जेल हरियाणा में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह 1 अप्रेल 2020 में 21 दिन की पैरोल पर बाहर आया था और पैरोल से फरार चल रहा हैं। आरोपी दातार सिंह ने अपनी गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर वर्ष 2018 थाना कालावड़ में शराब से भरा ट्रक लूट कर चालक का अपहरण कर हत्या करने और अहमदाबाद से एक व्यापारी का किडनेप करके फिरौती मांगने के मामले में पकड़ा गया था। दातार कुछ माह पहले ही जयपुर जेल से बाहर आया था, इसके अलावा दातार सिंह के खिलाफ मारपीट और आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं।
गिरोह का सरगना राजवीर उर्फ राजीव उर्फ राजवा अपनी पत्नी की हत्या के मामले में सुनारिया जेल हरियाणा में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह 1 अप्रेल 2020 में 21 दिन की पैरोल पर बाहर आया था और पैरोल से फरार चल रहा हैं। आरोपी दातार सिंह ने अपनी गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर वर्ष 2018 थाना कालावड़ में शराब से भरा ट्रक लूट कर चालक का अपहरण कर हत्या करने और अहमदाबाद से एक व्यापारी का किडनेप करके फिरौती मांगने के मामले में पकड़ा गया था। दातार कुछ माह पहले ही जयपुर जेल से बाहर आया था, इसके अलावा दातार सिंह के खिलाफ मारपीट और आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं।