बारां के चुनाव प्रभारी वासुदेव देवनानी ने कहा कि जांच पूरी हो गई है। उम्मीद है कि जो दोषी नेता और कार्यकर्ता हैं, उनके खिलाफ प्रदेश नेतृत्व कार्रवाई करेगा। हमने रिपोर्ट में क्रॉस वोटिंग में शामिल संदिग्ध नेता और कार्यकर्ताओं की जानकारी भी दी है। हार के बाद ही हम सक्रिय हो गए थे और हर पहलू की तह तक जाकर जांच की गई है। इसके बाद ही रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को दी गई है। आपको बता दें कि बारां में भाजपा के पास बहुमत था। इसके बाद भी वहां कांग्रेस की जिला प्रमुख बनी। क्रॉस वोटिंग की वजह से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। इसे लेकर भी भाजपा नेताओं ने नाराजगी जताई थी। खुद प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने दो सदस्यीय कमेटी को जांच के लिए बारां भेजा था। यही नहीं छबड़ा विधायक को भी जांच कमेटी में लिया गया था, लेकिन उन्होंने इस कमेटी से इस्तीफा दे दिया था।
कुछ नेता और कार्यकर्ताओं की संलिप्तता देवनानी ने कहा कि पार्टी के भीतर के ही कुछ नेता और कार्यकर्ताओं की संलिप्तता के कारण भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। प्रदेश नेतृत्व की भी दो सदस्यीय समिति ने जांच की है। दोनों का आकलन करने के बाद ही पार्टी निर्णय करेगी।