स्वस्थ पाचन तंत्र
जौ फाइबर से भरपूर होता है और फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ-साथ वजन को भी नियंत्रित करता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लंबे वक्त तक पेट को भरा रखने का काम करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और बढ़ते वजन पर काबू पा सकते हैं।
जौ फाइबर से भरपूर होता है और फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ-साथ वजन को भी नियंत्रित करता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लंबे वक्त तक पेट को भरा रखने का काम करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और बढ़ते वजन पर काबू पा सकते हैं।
कोलेस्ट्रोल में कमी
नियमित रूप से जौ खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि 12 सप्ताह तक नियमित रूप से जौ का सेवन करने पर यह शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को काफी हद तक कम कर सकता है जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल होता है। जबकि जौ एचडील के स्तर को प्रभावित नहीं करता है।
नियमित रूप से जौ खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि 12 सप्ताह तक नियमित रूप से जौ का सेवन करने पर यह शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को काफी हद तक कम कर सकता है जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल होता है। जबकि जौ एचडील के स्तर को प्रभावित नहीं करता है।
कब्ज से राहत
आजकल के बिगड़े खानपान के कारण अधिकतर लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। ऐसे में कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप जौ का सेवन कर सकते हैं। जौ फाइबर जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, ये फाइबर हमें कब्ज से बचाने में मददगार होते हैं।
आजकल के बिगड़े खानपान के कारण अधिकतर लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। ऐसे में कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप जौ का सेवन कर सकते हैं। जौ फाइबर जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, ये फाइबर हमें कब्ज से बचाने में मददगार होते हैं।
एनीमिया में फायदा
एनीमिया एक रक्त विकार है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होता है। हीमोग्लोबिन के उत्पादन में आयरन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जौ आयरन से समृद्ध होता है, तो इसकी पूर्ति जौ के सेवन के जरिए की जा सकती है। शरीर में फोलेट की कमी से भी एनीमिया हो सकता है। इसकी पूर्ति के लिए जौ खाना फायदेमंद होता है।
एनीमिया एक रक्त विकार है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होता है। हीमोग्लोबिन के उत्पादन में आयरन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जौ आयरन से समृद्ध होता है, तो इसकी पूर्ति जौ के सेवन के जरिए की जा सकती है। शरीर में फोलेट की कमी से भी एनीमिया हो सकता है। इसकी पूर्ति के लिए जौ खाना फायदेमंद होता है।
स्वस्थ हड्डियां
स्वस्थ हड्डियों और दांतों के लिए जौ फायदेमंद होते हैं। जौ कैल्शियम से भरपूर होते हंै, जिसकी जरूरत हड्डियों के निर्माण, विकास और उन्हें स्वस्थ रखने में होती है। कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है, जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जौ हमें इससे बचाते हैं।
स्वस्थ हड्डियों और दांतों के लिए जौ फायदेमंद होते हैं। जौ कैल्शियम से भरपूर होते हंै, जिसकी जरूरत हड्डियों के निर्माण, विकास और उन्हें स्वस्थ रखने में होती है। कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है, जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जौ हमें इससे बचाते हैं।
अस्थमा में लाभ
अस्थमा और सांस संबंधी रोगियों के लिए जौ खाना फायदेमंद होता है। अस्थमा रोगी के नियमित रूप से जौ खाने से अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। जौ एलर्जी आदि के प्रभाव को भी आसानी से दूर करने में मददगार होता है। ये फायदे हासिल करने के लिए हम गेहूं के आटे में जौ के आटे को मिला कर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
अस्थमा और सांस संबंधी रोगियों के लिए जौ खाना फायदेमंद होता है। अस्थमा रोगी के नियमित रूप से जौ खाने से अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। जौ एलर्जी आदि के प्रभाव को भी आसानी से दूर करने में मददगार होता है। ये फायदे हासिल करने के लिए हम गेहूं के आटे में जौ के आटे को मिला कर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
मजबूत इम्यूनिटी
जौ विटामिन-सी से भरपूर होता है और विटामिन-सी इम्यूनिटी को मजबूत करने का काम करता है। मजबूत इम्यूनिटी से शरीर को रोगों से लडऩे में मदद मिलती है। इसके अलावा, विटामिन-सी शरीर में आयरन के अवशोषण को भी बढ़ाने में सहायक साबित होता है।
जौ विटामिन-सी से भरपूर होता है और विटामिन-सी इम्यूनिटी को मजबूत करने का काम करता है। मजबूत इम्यूनिटी से शरीर को रोगों से लडऩे में मदद मिलती है। इसके अलावा, विटामिन-सी शरीर में आयरन के अवशोषण को भी बढ़ाने में सहायक साबित होता है।