अगस्त-सितंबर में कैम्प लगाने की सोच रही है बीसीसीआई
जयपुरPublished: Jun 03, 2020 04:44:12 pm
सरकार ने कोरोनावायरस के कारण 25 मार्च से जो लॉकडाउन लगाया था, उसमें अब धीरे-धीरे रियायत दे रही है और इसी के चलते बीसीसीआई अब अपने खिलाडिय़ों के लिए अगस्त-सितंबर के बीच कैम्प लगाने के बारे में सोच रही है।
अगस्त-सितंबर में कैम्प लगाने की सोच रही है बीसीसीआई
नई दिल्ली। सरकार ने कोरोनावायरस के कारण 25 मार्च से जो लॉकडाउन लगाया था, उसमें अब धीरे-धीरे रियायत दे रही है और इसी के चलते बीसीसीआई अब अपने खिलाडिय़ों के लिए अगस्त-सितंबर के बीच कैम्प लगाने के बारे में सोच रही है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एजेंसी से कहा कि बोर्ड खिलाडिय़ों को मानसून के बाद मैदान पर लाने पर विचार कर रहा है ताकि वह घर में समय बिताने के बाद क्रिकेट गतिविधियों में वापस लौट सकें। उन्होंने कहा, एक बार मानसून खत्म होने के बाद हम तैयारी करने पर विचार कर रहे हैं।
अगस्त-सितंबर के बीच हम अपने खिलाडिय़ों को एक साथ लाने और उनके खेल पर, उन्हें जोन में लाने के बारे में सोच रहे हैं। आपको समझना होगा कि मसल मेमौरी को तालमेल की जरूरत होती है और यह लोगे पेशेवर हैं। इसलिए यह सबसे ज्यादा शारीरिक पक्ष की अपेक्षा मानसिक पहलू की बात है। यह लोग लॉकडाउन में भी अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं। उनसे जब पूछा गया कि क्या राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कैम्प हो सकता है तो उन्होंने कहा, यह कहना जल्दबाजी होगा।
द. अफ्रीका के क्रिकेटर अगले सप्ताह शुरु करेंगे ट्रेङ्क्षनग
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में खेल गतिविधियां ठप्प होने के बीच सरकार से इजाजत मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय और फ्रेंचाइजी टीमों के क्रिकेटर अगले सप्ताह से ट्रेङ्क्षनग शुरु करेंगे। दक्षिण अफ्रीका में पांच चरण का लॉकडाउन लागू है और अभी यहां तीसरा चरण चल रहा है जिसके तहत गैर अनुबंधित खिलाडिय़ों को ट्रेङ्क्षनग करने की इजाजत है। ट्रेङ्क्षनग शुरु करने से पहले राष्ट्रीय खेल संघों को खेल मंत्रालय में रिटर्न टू ट्रेन और रिटर्न टू प्ले प्रोटोकॉल का ब्यौरा देना होगा। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) इस सप्ताह अपनी योजना बता सकता है। पहले चरण में रिटर्न टू ट्रेङ्क्षनग योजना के तहत फ्रेंजाइजी क्रिकेटर अपने घरेलू मैदान पर दिशा-र्निर्देश का पालन करके ट्रेङ्क्षनग करेंगे। दिशा-र्निर्देश के तहत वे गेंद पर मुंह की लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।