बीसीआर के सीनियर मैंबर एसआर सुराणा की अध्यक्षता में गुरुवार को आपात बैठक हुई। इस बैठक में सीनियर मैंबर रणजीत जोशी, घनश्याम दास बंसल, सुशील कुमार शर्मा ,कुलदीप शर्मा, घनश्याम सिंह राठौड़ ,डा0 महेश शर्मा, भुवनेश शर्मा , योगेन्द्र सिहं शक्तावत, देवेन्द्र सिंह मेहलाना ने भाग लिया। बैठक में अधिवक्ता आपदा कोष बनाने और बीसीआई से विशेष मदद लेने की भी अनुशंसा की गई। बैठक में बीसीआर का हर मैंबर 21 हजार रुपए का अंशदान करने और कमेटी की रिपोर्ट पर तत्काल अमल करने की मांग की। जिसके अनुसार, एडवोकेट एक्ट की धारा 15(3) में संशोधन के लिए बीसीआई को लिखा जाए। वहीं कमेटी की रिपोर्ट पर बीसीआर की आमसभा बुलाने और दो साल तक सभी तरह के टीए डीए भी छोड़ने का प्रस्ताव रखा गया है। बीसीआर के कुछ मेंबर्स ने भी बीसीआर चेयरमैन को युवा वकीलों की आर्थिक मदद के लिए बुधवार को सुझाव भेजा था।
बीसीआर को मिली रिपोर्ट अधिवक्ताओं को सहायता के मामले में राजस्थान बार काउंसिल की ओर से गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौप दी है। बार काउंसिल चैयरमेन एस शाहीद हसन ने डॉ सचिन आचार्य के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। रिपोर्ट में बार के ही पुराने के नियमो के अनुसार सिर्फ युवा ही नही बल्कि जरूरतमंद सभी अधिवक्ताओं को सहायता दिये जाने का प्रस्ताव दिया है। कमेटी की रिपोर्ट पर अब राजस्थान बार काउसंलि की जनरल हाउस निर्णय लेगी। काउंसिल के नियमों के अनुसार इस प्रकार के निर्णय के लिए व्यक्तिगत रूप से जनरल हाउस के सदस्यों की मौजुदगी जरूरी है।