गोविंदगढ़ में हुई बैठक में कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण मावर और सचिव छोटूराम मावल ने बताया है कि इस बात को लेकर समाज को जानकारी दी गई है। अब शादी के लिए पूरी तरह से बिना दाढ़ी वाले दूल्हों को ही तवज्जो दी जाएगी। यह भारतीय संस्कार है और इसी को बढ़ावा देना हमारा फर्ज है।
पाश्चात्य संस्कृति नहीं चलेगी। इसके प्रभाव में आकर हमारे सामाज में अब दूल्हे दाढ़ी रखकर शादी करने पहुंच रहे हैं। इस हर हाल में हतोत्साहित किया जाएगा। बहुत दूल्हे लंबी लंबी दाढ़ी रखने लगे हैं। यह पूरी तरह से खराब लगता है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जयपुर की क्षत्रिय कुमावत सामूहिक विवाह समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। यह समिति 30 मार्च को एक सामूहिक शादी समारोह करने जा रहा है। इस शादी में यह निर्णय पूरी तरह से लागू किया जाएगा।