scriptजमीन के लिए पिता के पैरों में डाली बेडिय़ां, खूंटे से बांधा | Beds placed in father's feet, tied with pegs, for the ground | Patrika News

जमीन के लिए पिता के पैरों में डाली बेडिय़ां, खूंटे से बांधा

locationजयपुरPublished: Aug 28, 2019 02:04:15 am

Submitted by:

vinod

जमीन जायदाद (Real estate) के लिए पुत्र ने हैवानियत की सारी हदें पार (Transcended all limits) कर पिता के पैरों में बेडि़यां (Beds in father’s feet) डालकर घर में बांध दिया। किसी प्रकार बेडि़यां काटकर वृद्ध कलेक्टर (District Collector) के सामने पहुंचा और न्याय की गुहार (Plead for justice) लगाई। कलेक्टर ने बेडि़यां खुलवाकर पुलिस का उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

जमीन के लिए पिता के पैरों में डाली बेडिय़ां, खूंटे से बांधा

जमीन के लिए पिता के पैरों में डाली बेडिय़ां, खूंटे से बांधा

जयपुर/झालावाड़। संतान के लिए माता-पिता (mother-father) सब कुछ न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं, लेकिन जब माता-पिता वृद्ध हो जाएं तो संतान को बोझ (Burden to children) लगने लगते हैं। झालावाड़ जिले के खाताखेड़ी निवासी एक पुत्र ने तो जमीन के लिए हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। जमीन-जायदाद (Real estate) अपने नाम (Own name) नहीं करने पर इकलौते बेटे ने वृद्ध पिता के पैरों में बेडि़यां (Beds in feet) डालकर घर में बांध (tied up) दिया। मौका पाकर व पत्थर से जंजीर को काटकर मंगलवार दोपहर जिला कलेक्टर (District Collector) के पास पहुंचे वृद्ध ने अपनी पीड़ा बताई। इस दौरान पैरों में पड़ी बेडिय़ों में ताला भी लगा रहा। उसके पैरों में घाव हो गए थे। चलने में भी परेशानी हो रही थी। बाद में कलेक्टर के आदेश पर उसके पैरों में पड़ी जंजीर के ताले को काटकर मुक्त किया गया। कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक (Subdivision Officer and Deputy Superintendent of Police) को जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह है मामला
जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के गांव खाताखेड़ी निवासी 80 वर्षीय वृद्ध मांगीलाल गुर्जर के पास करीब २५ बीघा जमीन है। उसका पुत्र बलराम व पुत्री रामरेखा है। पुत्री का विवाह गांव नेस में कर दिया। बलराम का भी विवाह कर दिया। इसके बाद उसके पुत्र ने जमीन अपने नाम कराने को लेकर पिता से मारपीट शुरू कर दी। करीब एक साल पहले पुत्र व पुत्रवधू रमेशीबाई ने मांगीलाल को जंजीर से बांधकर कैद कर दिया। मौका पाकर वह थोड़े समय बाद वहां से भाग निकला, उसने मनोहरथाना पुलिस में भी गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद वह पुत्री के पास चला गया।
एक पखवाड़े पहले लाए व बांध दिया

मांगीलाल ने बताया कि वह कुछ दिन पुत्री के पास रहा। करीब एक पखवाड़े पहले बलराम व पौत्र भगवान उसे वापस गांव ले आए। घर में खूंटे से बांध दिया और जंजीर पर ताला लगा दिया। इस दौरान उसने एक पत्थर से धीरे-धीरे जंजीर की एक कड़ी को तोडऩा शुरू किया। पांच दिन पहले जब उसे शौच के लिए ले जाया गया तो वह मौका पाकर भाग निकला व दो-तीन दिन मक्का के खेत में भूखा-प्यास छुपा रहा। बाद में गांव से बाहर आकर भीख मांगकर किराया एकत्र किया और झालावाड़ मिनी सचिवालय आ गया। यहां अधिवक्ता प्रेम मीणा को उसने आपबीती सुनाई, प्रार्थना पत्र तैयार करवाया व जिला कलेक्टर को दिया।
वृद्ध को पूरा इंसाफ मिलेगा
जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि वृद्ध मांगीलाल को उसके पुत्र ने जमीन के लिए बंधक बना लिया था। यहां आने पर मामला सामने आया है। उसकी जंजीर के ताले को काटकर स्वतंत्र किया गया। उसके भरण पोषण के लिए उपखंड अधिकारी मनोहरथाना को निर्देश दिए है। पुलिस उप अधीक्षक को मामले की जांच कर उचित पुलिस कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
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