करीब छह माह पहले हुआ था टाइफाइड परिजनों ने पुलिस को बताया है कि ममता के करीब छह माह पहले टाइफाइड हुआ था। परिजनों ने उसका कई जगह पर उपचार करवाया, लेकिन वह ठीक नहीं हो पाई। उसका करीब बीस किलो वजन भी कम हो गया। बीमार होने के कारण वह पढ़ाई नहीं कर पा रही थी। उसके पिता को उसने कहा था कि उसके जलन हो रही है। इसके बाद रात को वह खाना खाकर सो गई।
परिजनों ने की तलाश तो तैरता मिला शव ममता ने देर रात आत्महत्या की है। वह घर के पास ही नोहरे में गई। वहां पर पहले ब्लैड से कट लगाया। बाद में वहां पर रखा ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। आग लगाने के बाद वह वहां बने पानी के कुंड में कूद गई। परिजनों ने उसकी तलाश की तो पहले तो उसके जले हुए कपड़े दिखाई दिए। बाद में ममता का शव पानी के कुंड में तैरता मिला। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को बाहर निकलवाया।
कमरे में संभालकर रखा था प्रवेश-पत्र ममता का परिवार शिक्षित है। उसके पिता शिक्षक और भाई एमबीबीएस है। उसकी ***** भी शिक्षिका हैं। ममता भी पढ़ाई में होशियार थी, लेकिन अस्वस्थ होने के बाद से वह तनाव में थी। ममता ने अपने कमरे में रीट परीक्षा का प्रवेश पत्र भी संभाल कर रखा था। परीक्षा देने से पहले ही वह दुनिया को अलविदा कह गई। पुलिस ने मौके से उसके कपड़े व ज्वलनशील पदार्थ की बोतल भी जब्त की है। मौके के हालात व परिजनों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस इसे पूरी तरह से आत्महत्या का मामला मान रही है।