इस तरह हुआ खुलासा-
टीम ने जांच की तो सामने आया कि रामनारायण की ओर से चार माह पूर्व रखा नौकर लापता हो गया है। वहीं उसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। रामनारायण ने उससे कोई आईडी भी नहीं ली है और ना ही वैरीफिकेशन कराया है। इसके बाद अन्य सभी नौकरों से पूछताछ की तो सुमन्त के मामा से मुलाकात हो गई। मामा से पूछताछ के बाद पूरी जानकारी सामने आ गई। सुमन्त दिल्ली रोड पर दौलतपुरा टोल के पास अप्पूघर के नजदीक अपने मित्र से मिलने के लिए आया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की कार बरामद कर ली।
टीम ने जांच की तो सामने आया कि रामनारायण की ओर से चार माह पूर्व रखा नौकर लापता हो गया है। वहीं उसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। रामनारायण ने उससे कोई आईडी भी नहीं ली है और ना ही वैरीफिकेशन कराया है। इसके बाद अन्य सभी नौकरों से पूछताछ की तो सुमन्त के मामा से मुलाकात हो गई। मामा से पूछताछ के बाद पूरी जानकारी सामने आ गई। सुमन्त दिल्ली रोड पर दौलतपुरा टोल के पास अप्पूघर के नजदीक अपने मित्र से मिलने के लिए आया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की कार बरामद कर ली।
हर जगह बदलता है नाम पुलिस टीम ने सुमन्त को पकडऩे के लिए गुडग़ांव, फरीदाबाद हरियाणा, नई दिल्ली, आगरा, गोरखपुर, कुशीनगर उत्तरप्रदेश में ठिकानों पर दबिश दी। सुमन्त हर जगह बिना आईडी के काम करता है और अपना नाम भी बदल लेता है। अपनी बुद्धि व चालाकी से अपने मालिक का कुछ ही समय में विश्वास जीत कर मालिक का सबसे वफादार नौकर बन जाता है। उसके बाद मौका देकर मालिक का किमती सामान चोरी कर फरार हो जाता है।