जेडीसी ने वैशाली नगर सामुदायिक केंद्र की चर्चा करते हुए कहा कि शहर के बीचों-बीच होने के बाद भी उसका सदुपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि जेडीए की संपत्तियों पर कम खर्च कर उन्हें आमलोगों की सुविधाओं के लिए विकसित किया जा सके, इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक केंद्रों से आस-पास के लोगों द्वारा आसानी से इस सुविधा का लाभ लिया जा सके, इसके लिए भी कार्ययोजना बनाया जाए।
बैठक में संयुक्त आयुक्त गिरिराज अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर में जेडीए के 16 सामुदायिक केंद्र हैं, जिन्हें लोगों की ओर से ऑनलाइन के माध्यम से बुक किया जाता है, लेकिन अपेक्षा के अनुसार जेडीए को राजस्व प्राप्ति नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि इन सामुदायिक केंद्रो के साथ-साथ जेडीए की इस तरह संपत्तियों से राजस्व प्राप्ति के साथ आमलोगों के लिए बेहतर बनाया जाएगा। बैठक में जेडीए सचिव अर्चना सिंह, निदेशक अभियंत्रिकी वी.एस. सुण्डा, विशेषधिकारी देवेंद्र अरोड़ा आदि मौजूद रहे।