विटामिन डी – विटामिन डी शरीर कैल्शियम का अवशोषण बढ़ाने के साथ ही रक्त में कैल्शियम को नियमित करने का काम करता है। विटामिन डी के लिए सूर्य की रोशनी सबसे अच्छा विकल्प है। इसलिए रोजाना 15 मिनट तक सूर्य की रोशनी में बैठना चाहिए। साथ ही अपनी डाइट में भी उन फूड्स को शामिल करें, जिनमें विटामिन डी की मात्रा ज्यादा हो।
फास्फोरस- फास्फोरस कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों के निर्माण का काम करता है लेकिन इसे बैलेंस रखना भी जरूरी है। यदि शरीर में फास्फोरस की मात्रा ज्यादा होगी तो यह कैल्शियम के अवशोषण को धीमा कर देगा और शरीर के लिए हानिकारक बन जाएगा। हेल्थ एक्सपट्र्स के अनुसार एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 700 एमजी से ज्यादा फास्फोरस नहीं लेना चाहिए। फास्फोरस की पूर्ति के लिए डाइटरी सोर्स पर ध्यान दें।
विटामिन के – विटामिन के शरीर में कैल्शियम को रेग्युलेट करने के साथ ही हड्डियों को भी मजबूत बनाने का काम करता है। एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 120 माइक्रोग्राम और वयस्क महिला को 90 माइक्रोग्राम की खुराक लेनी चाहिए। विटामिन के लिए ब्रोकली और हरी पत्तेदार सब्जियां बेहतरीन सोर्स है।
विटामिन सी और विटामिन बी12 – नए अध्ययनों से सामने आया कि विटामिन सी और विटामिन बी12 भी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं। साथ ही ऑस्टिओपोरोसिस की आशंका को कम करते हैं। विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से हड्डियों के नुकसान से बचा जा सकता है। विटामिन सी के लिए खट्टे फल जैसे ऑरेंज, ग्रेपफ्रूट, स्ट्रॉबेरी, कीवी आदि बेहतरीन सोर्स है। कुछ अध्ययनों से यह भी सामने आया कि बोन डेनसिटी और ऑस्टिओपोरोसिस का लिंक विटामिन बी12 से है।