गांवों में भारत बंद बेअसर
वहीं आपको बता दें कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से लगातार बढ़ाई जा रही पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की दरों के विरोध में कांग्रेस के भारत बंद का असर गांवो में बेअसर रहा। पाली जिले की सबसे बड़ी ग्राम निमाज में भी बंद का असर देखने को नहीं मिला। कुछेक दुकानों को छोड़कर बाजार खुले रहे। हालांकि रविवार देर शाम को माइक घुमाकर बाजार बंद का आह्वान किया गया था। लेकिन रोजाना की तरह दुकानें खुली ही रहीं। देश की जनता की आवाज को मजबूत करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाकर पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दाम कम करवाने के लिए प्रात: 9 से दोहपर 3 बजे तक पूरा भारत बंद करवाए जाने की कांग्रेस ने पहल की थी। इधर व्यापारियों का कहना है कि व्यापारी आए दिन बंद को लेकर असमंजस की स्थिति में रहते हैं।
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रस के देशव्यापी बंद के आह्वान का डूंगरपुर में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। सुबह रोज की तरह बाजारों में हलचल शुरू हुई। पेट्रोल पंप, होटलें, चायपान की थड़ियां रोज की तरह खुली। सुबह करीब साढ़े आठ बजे कांग्रेस कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों पर रैली के रूप में निकले तथा दुकानें बंद कराई। हालांकि रैली गुजरे के तुरंत बाद लोगों ने दुकानों के आधे शटर खोल दिए।