उन्होंने कहा कि 15 साल पहले सीकर के रामलीला मैदान में वंचित वर्गों के आरक्षण की मांग उठी थी। 16 जुलाई 2008 को विधि मंत्री के नाते मैंने यह वंचित वर्ग का बिल पेश किया और सर्वसम्मति से पास हुआ। उन्होंने दावा किया कि इस फैसले के बाद से राज्य में करीब दो करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।
आगामी लोकसभा चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की करारी हार हुए है। वहीं लोकसभा चुनावों में सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा कि खुद की पार्टी के अलावा भाजपा और कांग्रेस भी विकल्प हैं। आगे क्या करेंगे इसकी जानकारी वे जल्द देंगे।
आगामी लोकसभा चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की करारी हार हुए है। वहीं लोकसभा चुनावों में सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा कि खुद की पार्टी के अलावा भाजपा और कांग्रेस भी विकल्प हैं। आगे क्या करेंगे इसकी जानकारी वे जल्द देंगे।
राज्यों पर छोडें आरक्षण की सीमा
उन्होंने यहां तक कहा कि आरक्षण की सीमा तय करने का काम केंद्र राज्यों की सरकार पर छोड़ दें। राज्य की विधानसभा में इस समय 14 फीसदी ईबीसी वर्ग का बिल पास किया हुआ है, जिस पर राज्यपाल के हस्ताक्षर भी हो चुके हैं। इस बिल पर केवल नोटिफिकेशन जारी करना है।
उन्होंने यहां तक कहा कि आरक्षण की सीमा तय करने का काम केंद्र राज्यों की सरकार पर छोड़ दें। राज्य की विधानसभा में इस समय 14 फीसदी ईबीसी वर्ग का बिल पास किया हुआ है, जिस पर राज्यपाल के हस्ताक्षर भी हो चुके हैं। इस बिल पर केवल नोटिफिकेशन जारी करना है।
मेरी हार भी और जीत भी
विस चुनाव में वाहिनी के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी की हार स्वीकार की है। हालांकि उन्होंने कहा कि भाजपा को समझाते रहे कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व में चुनाव लड़ोगे तो हार निश्चित है। भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे चार साल तक प्रदेश में घूम—घूम कर हमने माहौल बनाया। उसी का फायदा कांग्रेस को मिला है। पार्टी प्रदेश में लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा के लिए और लोकतंत्र के पक्ष में जो भी रीति नीति बनेगी उन पर निष्ठापूर्वक कार्य करेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उनके पास विकल्प खुले हैं।