हरिद्वार से अजमेर जा रही थी बस, सवेरे हुआ हादसा
चंदवाजी पुलिस ने बताया बस में करीब पैंतीस से चालीस सवारियां मौजूद थीं। बस चालक हरिद्वार से जयपुर होते हुए अजमेर की ओर जा रहा था। बस में महिलाएं और कुछ बच्चे भी सवार थे। लबाना गांव के नजदीक अचानक चालक बस से संतुलन खो बैठा। जिस समय बस पलटी उस समय अधिकतर सवारियां भी नींद के आगोश में थीं। अचानक बस पलटी तो बस के नीेचे आठ से दस सवारियां दब गई। जब तक उनको बाहर निकाला गया तब तक एक महिला ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि बस के टूटे शीशों से भी सवारियां गंभीर घायल हो गई।
चंदवाजी पुलिस ने बताया बस में करीब पैंतीस से चालीस सवारियां मौजूद थीं। बस चालक हरिद्वार से जयपुर होते हुए अजमेर की ओर जा रहा था। बस में महिलाएं और कुछ बच्चे भी सवार थे। लबाना गांव के नजदीक अचानक चालक बस से संतुलन खो बैठा। जिस समय बस पलटी उस समय अधिकतर सवारियां भी नींद के आगोश में थीं। अचानक बस पलटी तो बस के नीेचे आठ से दस सवारियां दब गई। जब तक उनको बाहर निकाला गया तब तक एक महिला ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि बस के टूटे शीशों से भी सवारियां गंभीर घायल हो गई।
बचाओ, बाहर निकालो.... चीखती रहीं सवारियां, क्रेन नहीं आई तब तक टस से मस नहीं हुई बस
बस में सवार सवारियों ने पुलिस को बताया कि जब बस पलटी तो उसके नीचे दबी सवारियां बचाने और बाहर निकालने के लिए चीखतीं ही रहीं। चीख पुकार करने के बाद भी सवारियां बेबस थीं और बस को टस से मस तक नहीं कर सकंी। ग्रामीणों ने भी बस को उठाने के लिए जोर अजमाईश की लेकिन बात नहीं बनी। बाद में क्रेन को मौके पर बुलाया गया और उसकी मदद से बस को सीधा किया गया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। घायलों को एसएमएस अस्पताल और निम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बस में सवार सवारियों ने पुलिस को बताया कि जब बस पलटी तो उसके नीचे दबी सवारियां बचाने और बाहर निकालने के लिए चीखतीं ही रहीं। चीख पुकार करने के बाद भी सवारियां बेबस थीं और बस को टस से मस तक नहीं कर सकंी। ग्रामीणों ने भी बस को उठाने के लिए जोर अजमाईश की लेकिन बात नहीं बनी। बाद में क्रेन को मौके पर बुलाया गया और उसकी मदद से बस को सीधा किया गया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। घायलों को एसएमएस अस्पताल और निम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।