चार दुकानों के बाहर गिरा छत का मलबा, छत ही गायब हो गई
दरअसल दुकान नंबर 153 से 156 तक की दुकानों के बाहर बरामदों की छत का पूरा मलबा आज नीचे आ गिरा। थोड़ा हिस्सा दुकान नंबर 152 का भी रहा। दुकान 152 के बाहर बरामदों को रोकने के लिए पिल्लर लगाए गए थे। इन पिल्लर को जल्द ही आगे दुकानों के बरामदों के बाहर भी लगाया जाना था। लेकिन आज सवेरे यह हादसा हो गया। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि कई सालों से बरामदों की छतों की मरम्मत का काम जारी है। जबकि बाजार में ज्यादा दुकानें नहीं हैं। लेकिन उसके बाद भी बेहद धीमी गति से काम हो रहा है। इस काम के कारण जान माल के नुकसान का डर तो बना रहता ही है साथ ही व्यापार में भी नुकसान उठाना पडता है।
दरअसल दुकान नंबर 153 से 156 तक की दुकानों के बाहर बरामदों की छत का पूरा मलबा आज नीचे आ गिरा। थोड़ा हिस्सा दुकान नंबर 152 का भी रहा। दुकान 152 के बाहर बरामदों को रोकने के लिए पिल्लर लगाए गए थे। इन पिल्लर को जल्द ही आगे दुकानों के बरामदों के बाहर भी लगाया जाना था। लेकिन आज सवेरे यह हादसा हो गया। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि कई सालों से बरामदों की छतों की मरम्मत का काम जारी है। जबकि बाजार में ज्यादा दुकानें नहीं हैं। लेकिन उसके बाद भी बेहद धीमी गति से काम हो रहा है। इस काम के कारण जान माल के नुकसान का डर तो बना रहता ही है साथ ही व्यापार में भी नुकसान उठाना पडता है।